Jun 28, 2024
नई सरकार बनी औऱ अब लोकसभा का सत्र भी शुरु हो गया. लेकिन , इस सत्र में 1975 में कांग्रेस सरकार ने जो इमरजेंसी लगाई थी उसका जिक्र चल ही रहा है. पहले प्रधानमंत्री मोदी ने जिक्र किया , फिर लोकसभा के अध्यक्ष के जिक्र किया औऱ फिर राष्ट्रपति ने भी इमरजेंसी के बारे में चर्चा की. अब इस मामले पर कांग्रेस ने भी अपनी बात रख दी है. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात कर कहा है की इस बात को लोकसभा के अध्यक्ष के तौर पर टाला जा सकता था क्योंकि ये एक पॉलिटिकल रेफरेंस है. कांग्रेस सांसद और संगठन प्रभारी केसी वेणुगोपाल ने भी लोकसभा अध्यक्ष को लेटर लिखा और इस मामले पर अपनी आपत्ति जताई है. केसी वेणुगोपाल ने यह भी बताया की राहुल गांधी ने लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला के मुलाकात कर संसदीय कामकाज की भी चर्चा करी. इस मुलाकात के दौरान राहुल गांधी के साथ कांग्रेस के और भी नेता मौजूद थे.
लोकसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस सासंद से कहा - सलाह मत दो , चलो बैठो
लगातार दूसरी बार के लोकसभा अध्यक्ष बने ओम बिरला ने 28 जून को कांग्रेस के रोहतक सांसद दीपेंद्र हुड्डा को बुरी तरह से फटकार दिया. हुआ कुछ ऐसा की कांग्रेस सांसद शशि थरुर ने अपनी शपथ पूरी करी औऱ फिर जय संविधान का नारा लगाया. इसपर स्पीकर ओम बिरला ने कहा की संविधान की शपथ तो ले ही रहे है. ओम बिरला के यह कहने का बाद विपक्षी सांसदो ने कुछ शोर किया. इसी बीच कांग्रेस के सांसद दीपेन्द्र हुड्डा खड़े हुए औऱ स्पीकर से कहा की इस पर तो आपको आपत्ति नहीं होना चाहिए. उनके यह कहने के बाद स्पीकर ओम बिरला ने सख्त अन्दाज में कहा की किस पर आपत्ती है . किस पर नहीं , सलाह मत दिया करो , चलो बैठो. अब उनका ये पूरा वीडियों सोशल मीडिया पर भी खूब चला. कई कांग्रेस के नेताओं ने भी इसे शेयर किया. दीपेन्द्र हुड्डा ने भी अपने सोशल मीडिया x पर पोस्ट करते हुए कहा की “क्या अब देश की संसद में भी जय संविधान बोलना गलत है ? देश की जनता तय करेगी की जय संविधान बोलना गलत है या जय संविधान बोलने वाले को टोकना गलत है”.