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जस्टिस सूर्यकांत बने भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश, राष्ट्रपति ने दिलाई शपथ

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Nov 24, 2025

जस्टिस सूर्यकांत बने भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश, राष्ट्रपति ने दिलाई शपथ

नई दिल्ली। जस्टिस सूर्यकांत ने सोमवार को भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश (CJI) के रूप में शपथ ग्रहण की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित गरिमामय समारोह में उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। जस्टिस सूर्यकांत ने निवर्तमान CJI जस्टिस बी.आर. गवई का स्थान लिया। उनका कार्यकाल लगभग 15 महीने का होगा और वे 1 मई 2027 तक पद पर रहेंगे। (68 शब्द)

शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित रहे शीर्ष नेता

समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और पूर्व CJI जस्टिस बी.आर. गवई सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।

हरियाणा से निकला कानूनी सफर

जस्टिस सूर्यकांत का जन्म 10 फरवरी 1962 को हरियाणा के एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ। उन्होंने 1984 में हिसार से वकालत शुरू की और चंडीगढ़ में पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में संवैधानिक, सेवा और सिविल मामलों की पैरवी की। वे विश्वविद्यालयों, बैंकिंग संस्थानों और स्वयं हाईकोर्ट का भी प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।

सबसे कम उम्र के एडवोकेट जनरल बने

जुलाई 2000 में मात्र 38 वर्ष की आयु में वे हरियाणा के सबसे युवा एडवोकेट जनरल नियुक्त हुए। 2001 में सीनियर एडवोकेट का दर्जा मिला और जनवरी 2004 में पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के स्थायी न्यायाधीश बने।

हिमाचल हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक

अक्टूबर 2018 से मई 2019 तक वे हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रहे। 24 मई 2019 को सुप्रीम कोर्ट में पदोन्नत हुए। नवंबर 2024 से वे सुप्रीम कोर्ट लीगल सर्विसेज कमेटी के चेयरमैन भी हैं।

नई जिम्मेदारी, नई उम्मीदें

वरिष्ठता क्रम में सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश होने के नाते उनकी नियुक्ति तय थी। अब भारतीय न्यायपालिका के सर्वोच्च पद पर पहुंचकर वे संवैधानिक मूल्यों की रक्षा और न्याय तक आसान पहुंच के नए मानक स्थापित करने की जिम्मेदारी संभालेंगे।

Report By:
Monika