May 6, 2025
भारतीय लोकतंत्र के तीसरे स्तंभ न्यायपालिका पर जनता का विश्वास बना रहें इसके लिए न्यायपालिका ने बड़ा फैसला लिया है। जिसके तहत शीर्ष न्यायालय के सभी न्यायाधीशों को अपने संपत्ति का ब्यौरा सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर डालना होगा। यह एतिहासिक निर्णय भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना की अध्यक्षता में पूर्ण न्यायालय की बैठक के बाद लिया गया है ।
सीजेआई समेत 20 जजों ने किया ब्यौरा अपलोड
उच्चतम न्यायालय के आदेश का पालन करते हुए सुप्रीम कोर्ट के 33 में से 21 न्यायाधीश ने अपने संपत्ति का ब्यौरा कोर्ट की साईट पर अपलोड कर दिया है। जिसमें सीजेआई संजीव खन्ना के समेत अगले सीजेआई की रेस में शामिल तीन जज भी है। इस निर्णय का उद्देश्य न्यायापालिका के प्रति जनता के विश्वास को और अधिक गहरा करना है। इससे पहले सर्वोच्च न्यायालय के जज अपने संपत्ति का लेखा-जोखा मुख्य न्यायाधीश को देता था। जिसे सीजेआई गुप्त रखते थे। लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट के वर्तमान सीजेआई ने लेखा जोखा को वेबसाईट पर डालना अनिवार्य कर दिया है।
जज यशंवत वर्मा कांड के बाद लिया गया निर्णय
सर्वोच्च न्यायालय ने यह निर्णय हाईकोर्ट के न्यायाधीश यंशवत वर्मा के घर कैश मिलने के बाद लिया है। दरअसल यंशवत वर्मा के घर पर होली से एक रात पहले आग लगी थी। जिसे बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की टीम मौक पर पहुंची। तो उसे नोटो के ढेर में आग लगा हुआ मिला। जिसके बाद घटना का वीडियों वायलर हुआ। और मामले की जांच की गई। और जज यंशवत का दिल्ली से ट्रांसफऱ कर वापस उन्हें प्रयागराज भेज दिया गया । जिसके बाद जांच कमेटी ने 5 मई को सुप्रीम कोर्ट को रिपोर्ट सौप दी है। आगे का फैसल सीजेआई संजीव खन्ना फैसला करेंगे।