Dec 22, 2020
सेंट्रल विस्टा परियोजना पर पूर्व नौकरशाहों ने पीएम मोदी को खुला खत लिखकर सवाल खड़े किए हैं। पूर्व नौकरशाहों के एक समूह ने पीएम मोदी को एक खुला पत्र लिखकर सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना पर चिंता प्रकट करते हुए आरोप लगाया है कि शुरुआत से ही गैर जिम्मेदाराना रवैया दिखाया जा रहा है।
69 रिटायर्ड नौकरशाहों ने किया दावा
'कांस्टिट्यूशनल कंडक्ट ग्रुप के बैनर तले 69 रिटायर्ड नौकरशाहों ने दावा किया है कि देश का लोक स्वास्थ्य ढांचा निवेश की प्रतीक्षा कर रहा है और सवाल किया कि स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी सामाजिक प्राथमिकताओं की जगह पर बेकार और अनावश्यक परियोजना को प्रधानता क्यों दी जा रही है। इस पत्र पर पूर्व IAS अधिकारी-जवाहर सरकार, जावेद उस्मानी, एन सी सक्सेना, अरूणा रॉय, हर्ष मंदर और राहुल खुल्लर तथा पूर्व IPS अधिकारी-ए एस दुलत, अमिताभ माथुर और जुलियो रिबेरो के हस्ताक्षर हैं।
नए संसद भवन बनाने के पीछे की क्या है वजह?
इन लोगों का कहना है कि, 'संसद के नए भवन के लिए कोई खास वजह नहीं होने के बावजूद यह काफी चिंता की बात है कि जब देश में इकॉनमी गिरावट का सामना कर रही है, जिसने लाखों लोगों की बदहाली को सामने ला दिया है, सरकार ने धूमधाम से इस पर निवेश करने का विकल्प चुना है।' हालांकि, सरकार कि तरफ से इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।