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नेताओं से मुलाकात का मतलब कोई समझौता नहीं, राजनीतिक परिपक्वता का संकेत: CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने स्पष्ट किया

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Oct 27, 2024

CJI Chandrachud News :  गणेश चतुर्थी के त्योहार के दौरान विवादों में रहे सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने आखिरकार एक कार्यक्रम में इस मुद्दे पर सफाई दी है. मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम में चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि अगर कोई जज राज्य या केंद्र सरकार के प्रमुख से मिलता है तो इसका मतलब यह नहीं है कि दोनों के बीच कोई डील हुई है.

प्रधानमंत्री मोदी को अपने घर पर आमंत्रित करने पर सीजेआई की काफी आलोचना हुई थी. सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि जब सरकार का मुखिया हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से मिलता है तो इन मुलाकातों में राजनीतिक परिपक्वता नजर आती है. हमें राज्य के मुख्यमंत्री से मिलना है, क्योंकि वही प्रशासन के लिए बजट आवंटित करते हैं. हम आमने-सामने की बैठकों के बजाय पत्राचार के आधार पर काम नहीं कर पाएंगे.

इस दौरे का असर

सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा, एक राजनीतिक नेता और मुख्य न्यायाधीश के बीच यह मुलाकात राजनीतिक परिपक्वता का संकेत है. मेरे करियर में कभी किसी मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान किसी लंबित मामले के बारे में बात नहीं की. अदालतों और सरकार के बीच प्रशासनिक संबंध न्यायपालिका के काम से काफी अलग है. मुख्यमंत्री या मुख्य न्यायाधीश त्योहारों या शोक के दौरान एक-दूसरे से मिलते हैं, लेकिन हमारा काम प्रभावित नहीं होता है.'

देखिए कोर्ट में छुट्टियों के मुद्दे पर क्या कहा?

कोर्ट में छुट्टियों को लेकर उठे सवालों पर सीजेआई ने कहा- लोगों को समझना चाहिए कि जजों पर काम का बोझ ज्यादा होता है. उन्हें भी सोचने के लिए समय चाहिए, क्योंकि उनके फैसले ही समाज का भविष्य तय करते हैं. मैं खुद सुबह 3:30 बजे उठता हूं और सुबह 6:00 बजे अपना काम शुरू कर देता हूं. अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट एक साल में 181 मामलों का निपटारा करता है. जब भारत के सर्वोच्च न्यायालय में एक ही दिन में इतने सारे मामलों का निपटारा किया जाता है. हमारा सर्वोच्च न्यायालय हर साल 50,000 मामलों का निपटारा करता है. 

प्रधानमंत्री मोदी 11 सितंबर की शाम सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ के आवास पर गणेश पूजा में शामिल हुए थे. प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर शेयर की अपनी तस्वीरों में सीजेआई अपने घर में मोदी का स्वागत करते नजर आए. मोदी ने सीजेआई और उनके परिवार के साथ भगवान गणेश की आरती की. पीएम ने मराठी पोशाक पहनी थी. इन तस्वीरों को लेकर विपक्ष समेत अन्य राजनीतिक दलों ने न्यायपालिका की कार्यप्रणाली पर संदेह जताते हुए आरोप लगाए थे. जिसका जवाब अब मुख्य न्यायाधीश ने दिया है.