Jan 26, 2023
कर्तव्य पथ पर अर्जुन- आकाश, राफेल और प्रचंड की ताकत का जबर्दस्त नजारा
नई दिल्ली, देश के 74वें गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज कर्तव्य- पथ पर तिरंगा फहराया। उनके साथ मुख्य अथिति मित्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अलसीसी भी मौजूद थे, जिनका स्वागत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गर्मजोशी से किया। इस दौरान पहली बार भारतीय तोपों ने सलामी दी। अब तक ब्रिटेन में बनी तोपों से सलामी दी थी।
इस बार गणतंत्र दिवस पर भारत की सैन्य क्षमता और सांस्कृतिक खूबियों का मिला-जुला व खूबसूरत नजारा पेश आया। अर्जुन टैंक, वज्र तोपों और आकाश मिसाइल सिस्टम के अलावा कर्तव्य पथ पर ब्रह्मोस मिसाइल नजर आई। खास बात ये कि ये सभी स्वदेशी हथियार हैं। वहं राफेल समेत 50 विमानों ने जब उड़ान भरी तो उनकी गरज से हर व्यक्ति रोमांचित गया। डिफेंस मिसाइल रेजिमेंट की ओर से आकाश वेपन सिस्टम को लेफ्टिनेंट चेतना शर्मा ने लीड किया। उनके साथी लीडर बने कैप्टन सुनील दशराथे। इस दौरान नौसेना की टुकडी 144 सेलर्स का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कमांडर दिशा अमृत ने किया। 3 महिला और 6 पुरुष अग्निवीर पहली बार कर्तव्य पथ पर नजर आए। कर्तव्य पथ देश ने यह इतिहास बनते भी देखा कि | पहली बार आदिवासी महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने परेड की सलामी ली। इससे पहले सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दीं। इसके बाद वे वार मेमोरियल गए और शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
नारी शक्ति को सलाम
गणतंत्र दिवस परेड में भारत की नारी शक्ति की शानदार झलक दिखी। नौसेना, वायुसेना दस्तों की। वहीं, सीआरपीएफ के दस्ते में सभी महिलाएं शामिल थीं। भारत के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर आसीन एक महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू देश की तीनों सेनाओं की सर्वोच्च कमांडर हैं।
राज्यों की झांकियों में धर्मस्थल
इस बार राज्यों की झांकियों में वहां के प्रमुख धर्मस्थलों को दिखाया गया है। उत्तर प्रदेश की झांकी में अयोध्या के राम मंदिर, जम्मू-कश्मीर में बाबा अमरनाथ, झारखंड की झांकी में देवघर के बाबा वैद्यनाथ मंदिर को दिखाया गया है। भारत की समृद्ध धार्मिक-सांस्कृतिक परंपरा को देख गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि मिस्र के राष्ट्रपति भी गदगद हो गए।