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शादी में देवताओं को पहले न्योता दें, वरना विघ्न तय: हिंदू परंपरा की खास मान्यता जो बचाएगी अनहोनी से!

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Nov 16, 2025

 

शादी में देवताओं को पहले न्योता दें, वरना विघ्न तय: हिंदू परंपरा की खास मान्यता जो बचाएगी अनहोनी से!

हिंदू विवाह को निर्विघ्न बनाने के लिए निमंत्रण पत्र सबसे पहले देवताओं को अर्पित करें। शादी तय होते ही कार्ड छपवाने के बाद गणेश जी से लेकर पितरों तक को न्योता दें, ताकि मांगलिक कार्य बिना रुकावट संपन्न हो। यह परंपरा सदियों पुरानी है और आशीर्वाद से वैवाहिक जीवन सुखमय बनता है।

विघ्नहर्ता गणेश का पहला न्योता

विवाह जैसे शुभ कार्य की शुरुआत भगवान गणेश से होती है। निमंत्रण पत्र छपने के बाद सबसे पहले उनकी मूर्ति या चित्र के सामने अर्पित करें। इससे हर बाधा दूर होती है और आयोजन सुचारु रूप से चलता है। गणेश जी को मंगलकारी देवता मानकर यह रिवाज अनिवार्य है।

विष्णु-लक्ष्मी का आशीर्वाद अनिवार्य

दूसरा निमंत्रण भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को दें। विवाह मांगलिक कार्यों में इनकी कृपा बिना अधूरा रहता है। घर के पूजा स्थल पर कार्ड रखकर प्रार्थना करें, ताकि दांपत्य जीवन धन-धान्य और सुख से भरा रहे।

हनुमान जी से नकारात्मकता दूर

तीसरा न्योता हनुमान जी को अर्पित करें। उनकी शक्ति बुरी नजर और नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा करती है। विवाह में किसी अनहोनी से बचने के लिए यह कदम जरूरी है, जो आयोजन को सुरक्षित बनाता है।

कुलदेवी-कुलदेवता का विशेष सम्मान

चौथा निमंत्रण परिवार के कुलदेवी या कुलदेवता को दें। मंदिर जाकर या घर में पूजा कर न्योता अर्पित करें। उनकी प्रार्थना से वंश परंपरा मजबूत होती है और वैवाहिक बंधन में आशीर्वाद मिलता है।

पितरों को न भूलें, सफलता की कुंजी

पांचवां निमंत्रण पितरों के लिए पीपल के पेड़ नीचे कार्ड रखकर दें। उनके आशीर्वाद बिना कोई शुभ कार्य पूर्ण नहीं होता। यह रिवाज विवाह को सफल और स्मरणीय बनाता है।

Report By:
Monika