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राममंदिर भूमिपूजन के मुहूर्त पर उठे सवाल

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Jul 30, 2020

रामनगरी अयोध्या में 5 अगस्त को होने वाले भूमि पूजन को लेकर पूरा देश बहुत उत्साहित है। वही इस बीच वाराणसी के ब्राह्मण चेतना परिषद के सदस्य प्रजा नाथ शर्मा ने राम मंदिर का मुहूर्त निकालने वाले ज्ञानी से पूछा है, कि राममंदिर के लिए जो प्रतिज्ञा ली जाएगी। उसमें श्रावण मास बोला जाएगा कि भाद्रपद। वहीं शिलापट्ट पर भी श्रावण रहेगा या भाद्रपद मास। प्रजानाथ शर्मा ने वक्तव्य जारी किया है, कि यूपी में काशी से प्रकाशित होने वाले ऋषिकेश और विश्व पंचांग में 5 अगस्त को 32 सेकंड वाले मुहूर्त का कहीं उल्लेख नहीं है।

5 अगस्त को 32 सेकंड के मुहूर्त को बताया श्रावण मास
वही इसके बाद भी तथाकथित ज्ञानी बार-बार शिलान्यास भूमिपूजन के 5 अगस्त को 32 सेकंड के मुहूर्त को श्रावण मास बता रहे हैं। आगे उन्होंने कहा कि जब 3 अगस्त तक श्रावण मास रहेगा, और 4 अगस्त से भाद्रपद मास प्रारम्भ हो जाएगा तो पांच को श्रावण कैसे होगा। हम यह पूछना चाहते हैं कि मुहूर्त चिंतामणि ग्रंथ जो मुहूर्त ज्योतिष का सर्वमान्य ग्रंथ है, उस ग्रंथ का उद्धरण क्यों नहीं दिया जा रहा है। अष्टक वर्ग से शास्त्रों में मुहूर्त निकालने की परंपरा नहीं है और बुधवार को अभिजीत मुहूर्त निषिद्ध किया गया है।

मुहूर्त पर किसी तरह का कोई बदलाव नहीं
साथ ही कुंडली की महादशा, अंतर्दशा, प्रत्यंतर्दशा से मुहूर्त नहीं निकाला जाता है, अगर ऐसा होता तो मुहूर्त ग्रंथ बनते ही क्यों, दशा से ही मुहूर्त निकाल लिया जाता है। जो लोग बार-बार अप्रमाणिक तथ्य साबित करने की कोशिश कर रहे हैं, वो या तो दिग्भ्रमित हैं या डरे हुए हैं। वेद, पुराण और ज्योतिष शास्त्र का अनादर करने का किसी को भी हक़ नहीं है। हमारा सनातन धर्म बहुत प्राचीन और श्रेष्ठ है। सनातनी लोग इसका अनादर कभी भी वहन नहीं कर सकते है। हालाँकि, अभी मुहूर्त पर किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया है।