Sep 7, 2024
Maharashtra Politics: हाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले ही राजनीति गरमा गई है. एक ओर जहां विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी चुनाव को लेकर रणनीति बना रहा है, वहीं दूसरी ओर सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन में दरारें दिखने लगी हैं.
योजना की घोषणा पर विवाद
दरअसल महाराष्ट्र में 'लड़की बहन योजना' को लेकर सीएम शिंदे और अजित पवार की पार्टी आमने-सामने आ गई है. योजना के विज्ञापन से सीएम एकनाथ शिंदे का चेहरा हटाने पर शिवसेना के एक मंत्री ने अजित पवार गुट के खिलाफ नाराजगी जताई है. अब, योजना का श्रेय पाने के दांव के रूप में, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस को प्रचार के लिए एसओपी लाना पड़ा।
श्रेय लेने में बबाल!
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले लड़की बहन योजना की शुरुआत के बाद अजित दादा ने एनसीपी के कई शहरों में लड़की बहन योजना के नाम से पोस्टर लगाए थे. इसके बाद बारामती में पोस्टर लगे जिनमें अजित पवार का नाम नहीं था. जिस पर राजनीति गरमा गई थी.
मामला कब ख़त्म हुआ?
जब कैबिनेट की बैठक हुई तो शिवसेना के मंत्री शंभुराज देसाई ने एनसीपी को घेरा और पूछा कि पोस्टर से सीएम का नाम क्यों गायब है. देसाई ने कहा कि जब हमारी पार्टी प्रचार करती है तो उसमें दोनों सीएम का नाम होता है, लेकिन जब एनसीपी की बारी आई तो सीएम का नाम हटा दिया गया. इसके बाद एनसीपी ने जवाब दिया कि बजट पेश होने के बाद शिंदे के प्रचार पोस्टर हर जगह लगाए गए और किसी ने आपत्ति नहीं जताई. लेकिन अब अगर नाम छोटा करने के लिए सीएम नहीं लिखा है तो इस पर आपत्ति क्यों?