Jul 14, 2017
धमतरी : छत्तीसगढ़ सरकार किसानों की कृषि आय में बढ़ोतरी के लिये तमाम तरह की योजनाएं चला रही हैं बावजूद इसके किसान कर्ज के बोझ तले आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं। मौजूदा वक्त में सूबे के 9 किसान कर्ज के चलते आत्महत्या करने को मजबूर हुए। इसकी एक वजह ये भी हैं कि किसानों को सरकारी योजनाओं के बारे में सही जानकारी नहीं ही हैं या फिर योजनाओं का लाभ मिलता भी हैं तो इसके एवज में कृषि विभाग के कुछ अफसर और कर्मचारी किसानों को लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ते। मामला धमतरी जिले का हैं, जहां एनएमएसए योजना के तहत एक ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी ने एक-एक किसान से 500 सौ रुपए वसूल कर रहा हैं। जबकि इस योजना के तहत किसानों को मुफ्त में लाभ दिलवाना हैं।
मामला मगरलोड क्षेत्र के पालवाड़ी गांव का हैं। जहां 73 किसानों को योजना की जानकारी दिए बगैर रकम वसूल कर लिया गया हैं। दरअसल एनएमएसए केन्द्र सरकार की योजना हैं और इस योजना का मकसद किसानों को आधुनिक तरीको से खेती करने को बढ़ावा देना हैं। जिससे किसानों की आय पहले की तुलना में दोगुनी हो सकती हैं और इसके लिए शासन की ओर से किसानों को मुफ्त में खाद, बीज, दवाई दिया जाता हैं। साथ ही किसानों को प्रोत्साहित करने के लिये सरकार की ओर से किसानों को अनुदान राशि भी दिया जाता हैं, लेकिन सरकार की इस महत्वकांक्षी योजना को कृषि विभाग के ही आला अफसर पलीता लगाने में लगे हैं। यहां इस योजना का लाभ दिलवाने के एवज में एक ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी प्रति किसानों से 500 रुपए वूसल लिए हैं। जबकि कुछ किसानों को खाद मिला, लेकिन बीज नही दिया गया। वही कुछ किसानों को इस योजना का लाभ ही नही दिया गया हैं। अब ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि जिसके जिम्मे इस योजना को सुचारू रूप से चलाना हैं, वही अपनी जेब गरम करने में लगे हैं। ऐसे में कैसे किसानों को इस योजना का लाभ बेहतर ढंग से मिल पायेगा। वही अब इस मामले में कांग्रेस नेता ऊपर तक शिकायत करने की बात कह रहे हैं। बहरहाल जिला प्रशासन इस मामले की जांच करवाने के बाद कार्रवाई का भरोसा दिला रहे हैं। जबकि इस मामले में कृषि विभाग के आला अफसर कुछ भी बोलने से इंकार कर रहे हैं।