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नन्हीं योग्यता की योग्यताः आंखों में पट्टी बांधकर पहचान सकती है रंग, फोटो, और नंबर

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Mar 4, 2018

गरियाबंद। जिस उम्र में गांव के बच्चे ठीक से लिखना पढ़ना भी सीख नहीं पाते उस उम्र में गरियाबंद के गोहरापदर की रहने वाली योग्यता अपनी काबिलियत से लोगो को आश्चर्य में डाल रही है। मुख्यमंत्री डीएवी स्कूल मुंगझर में 6 वीं क्लास में पढने वाली योग्यता आंखें बंद करके बड़े कारनामे करके दिखा सकती है।

मेहनत से सीखी ये विद्या...

वह आंखो पर पट्टी बांधकर किसी भी रंग को पहचान सकती है,फोटो को पहचान सकती है। सबसे ताज्जूब की बात ये है कि कागज पर लिखे अंकों को भी बिना देखे जान सकती है। योग्यता ने महज दो दिन इस विद्या को सीखा और उसके बाद अपनी मेहनत से इसमें कामयाबी हासिल की।

योग्यता के पिता का कहना...

योग्यता की इस खासियत के बारे में जब हमने उनके पिता मनोज पाल से जब इसबारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि ये त्राटक विद्या है। अमूमन 6 से 14 साल तक के बच्चे इस विद्या को आसानी से सीख सकते हैं। इसे सीखने के बाद सिक्स सेंस जागृत हो जाती है, जिससे आंखें बंद करने के बाद भी स्पर्श और ध्यान मात्र से सबकुछ देखा जा सकता है, उऩ्होंने बताया कि वे योग्यता को इस कला में पूरी तरह निपुण करना चाहते हैं, हालांकि फिलहाल योग्यता का पहला स्टेप है।पूर्ण विद्या ग्रहण करने के लिए अभी कुछ ओर स्टेप्स सीखना बाकि है।

टेलेंट को नहीं मिल पाता प्लेटफॉर्म...

भारत को अनादिकाल से विश्व गुरु वैसे ही नही कहा जाता, बल्कि यहां के हर गांव गली मोहल्ले में टेलेंट भरा पडा है। कमी सिर्फ उस टेलेंट को प्लेटफॉर्म मिलने की है, जिसके चलते देश के कई अच्छे टेलेंट सामने आने से पहले ही गुमनामी में खो जाते हैं, जरुरत है तो बस ऐसे टेलेंट को सामने लाने की, उन्हें प्लेटफार्म देने की, फिर वो दिन दूर नही जब हरघर में योग्यता जैसा टेलेंट देखने को मिलेगा और भारत वास्तव में एक बार फिर विश्व गुरु बनने की राह पर अग्रसर होगा।