Jan 20, 2019
पुरुषोत्तम पात्रा - गरियाबंद के किडनी प्रभावित सुपेबेडा गांव में ग्रामीणों का हाल जानने के लिए रायपुर से डॉक्टरों के पहुंचने का सिलसिला लगातार जारी है नफ्रोलॉजिस्ट डॉ पुनीत गुप्ता के बाद शनिवार को डॉ अशीष सिन्हा ने 5 डॉक्टरों की एक टीम के साथ गांव पहुंचकर ग्रामीणों के हालात का जायाजा लिया इस दौरान टीम ने कई मरीजों से मुलाकात की और बीमारी के बारे में जानकारी हासिल की साथ ही डॉक्टरों ने पानी से लेकर साग सब्जी और दैनिक जीवन में उपयोग होने वाले खाद्य पदार्थो के सैंपल भी लिये।
डॉ आशीष सिन्हा का यह दूसरा दौरा
यहां ये बताना लाजमि होगा कि डॉ आशीष सिन्हा का सुपेबेडा में ये दुसरा दौरा है, सालभर पहले भी वे गांव आये थे और उस समय उन्हें सुपेबेडा की मिट्टी में कैडमियम और क्रोमियम जैसे हैवी मैटल होने का दावा किया था और गांव में किडनी बीमारी फैलने का यही एक बडा कारण भी बताया था।
अभी तक नहीं हो पाया जांच में बीमारी का खुलासा
आज जब उनसे बीमारी के कारणों के बारे में पुछा गया तो वे कोई स्पष्ट उतर देने की स्थिति में नही देखे ग्रामीणों के लिए यही सबसे बडी बिडम्बना और दुख की बात है कि डॉक्टरों के लगातार दौरे और जांच के बाद भी बीमारों के कारणों का खुलासा नही हो पाया है ऐसे में ये डॉक्टर मरीजों ईलाज कैसे कर पायेंगे।