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महिला यात्री प्रतीक्षालय में कर रहे थे गुजर बसर, अब नया साल उनकी जिंदगी में लाया खुशियां

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Jan 7, 2019

रमेश सिन्हा - से यात्री प्रतीक्षालय को आशियाना बनाकर निवास कर रहीं तथा प्रधानमंत्री आवास योजना से वंचित 69 वर्षीया आदिवासी रमिला को समाजसेवी भगतराम वधवा ने आवास निर्माण कराकर देने की पहल की है. वधवा की पहल के साथ अन्य सेवाभावियों ने भी सहयोग प्रदान किया वधवा ने एक माह की राशन सामग्री भी प्रदान की, विधायक देवेन्द्र बहादुर सिंह ने 50 किलो चावल, एक कम्बल अपने प्रतिनिधि के माध्यम से भिजवाया वहीं मिलन वस्त्र भण्डार ने साड़ी और कम्बल तथा प्रेम सब्जी भण्डार ने सब्जी आदि का सहयोग दिया आकाश अग्रवाल पिथौरा ने भवन निर्माण में सहयोग स्वरूप पांच हजार रुपए, मनीष विक्की वधवा ने सीमेंट ईंट तथा विकास वधवा ने दैनिक उपयोग की सामग्री की दी।

रमिला कर रही परेशानी का सामना

रमिला लिमदरहा में विगत 30 से अधिक वर्षों से अपने पति के साथ गांव के ही एक किसान के बरामदे में रहकर जीवन यापन कर रही थीं 1993 में पति की मृत्यु के पश्चात् अकेले मेहनत मजदूरी कर परछी में रहती थीं 2011 को किसी कारण परछी छोड़ गांव के मुख्य मार्ग के किनारे यात्री प्रतीक्षालय में निवास कर रही थी यात्री प्रतीक्षालय का कुछ भाग खुला होने के कारण ठण्ड बरसात में जहां रमिला को परेशानी का सामना करना पड़ता है।

सरपंच के साथ मिलकर की बैठक

वहीं सुरक्षा की दृष्टि से भी अनुकूल नहीं है रमिला की समस्या की जानकारी मिलने के पश्चात् सेवाभावी भगतराम वधवा ने सरपंच शिवप्रसाद ताण्डी से फोन में चर्चा कर रमिला को मकान बनाकर देने का प्रस्ताव रखा तथा मकान हेतु जमीन की व्यवस्था करने का अनुरोध किया जिस पर शिवप्रसाद ने सहमति प्रदान की 31 दिसम्बर को ही भगतराम वधवा व सीडी बघेल को लेकर लिमदरहा पहुंचे, जहां रमिला को जरूरत की सामग्री भेंट की तथा सरपंच के साथ मिलकर स्थल चयन हेतु बैठक की। महिला के बताए स्थल के विवादस्पद होने के कारण सरपंच ने स्वयं की भूमि अपने घर के पास जहां 24 घंटे पानी की सुविधा है देने का प्रस्ताव रखा, जिस पर रमिला ने तुरंत सहमति दी, फिर प्रस्तावित स्थल की साफ-सफाई उपरांत भूमिपूजन सम्पन्न किया।