Loading...
अभी-अभी:

कांकेरः गर्मी की शुरुआत में ही गहराने लगा जल संकट, ग्रामीण चिंतित

image

Mar 4, 2018

कांकेर। गर्मी के शुरुआती माह में ही शहर एवं ग्रामीण क्षेत्र के तालाब सूख गए हैं या सूखने के कगार पर है। इससे निस्तारी की समस्या गहराने लगी है, फिर भी शासन द्वारा कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है। लोग मजबूरी में नलकूप, हैंडपंप में निस्तारी कर रहे हैं।

इस साल नहीं बनाई योजना...

जिला मुख्यालय से पांच किलोमीटर दूर ग्राम मालगांव है, जहां हर साल गर्मी के मौसम में गांव के तालाब सूख जाता हैं। ऐसी स्थिति में लोगों के समक्ष निस्तारी की समस्या गहराने लगती है। लोगों को राहत देने के लिए हर साल नहरों तथा बोर से तालाबों को भरने की योजना बनाई जाती है, परंतु इस साल किसी प्रकार की योजना अब तक नहीं दिखाई दे रही है। तालाब सूख जाने से निस्तारी के लिए लोग अब पूरी तरह नलों और अन्य जल स्रोतों पर निर्भर हो गए हैं। जिससे लोगों को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसके बावजूद इस गंभीर मामले की अनदेखी की जा रही है।

हर साल होती है समस्या...

अगर जल्द कोई व्यवस्था नहीं की गई तो पानी के लिए मारा-मारी हो सकती है। निस्तारी समस्या के लिए ग्रामीण चिंतित हैं। यह परेशानी गांवों मे हर साल होती है। शासन भी इस परेशानी को दूर करने में कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। अभी तो गर्मी की शुरुआत ही है, आने वाले दिनों में पानी की और अधिक समस्या उत्पन्न होगी जिसके लिए कार्ययोजना बनाने की आवश्यकता है, जिससे पानी की समस्या से लोगों को मुक्ति मिल सके।