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आदिगुरू शंकराचार्य के जयघोष से आकाश हुआ गुंजायमान

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Jan 16, 2018

होशंगाबाद। भारत की सांस्कृतिक, धार्मिक एवं आध्यात्मिक एकता के महान दार्शनिक, संत एवं संस्कृत साहित्यकार, अद्वैतवाद वेदांत के प्रणेता, सनातन धर्म के ओजस्वी शक्ति प्रदाता आदिगुरू शंकराचार्य के अतुलनीय योगदान के संबंध में जन जागरण करने तथा ओंकारेश्वर में शंकराचार्य जी की 108 फीट अष्टधातु की प्रतिमा की स्थापना करने के लिए धातु संग्रहण करने के लिए एकात्म यात्रा निकाली गई है। गत 19 दिंसंबर को पचमठा (रीवा) से प्रारंभ हुई एकात्म यात्रा आज बाडी बरेली होते हुए होशंगाबाद जिले के पिपरिया विकासखण्ड के सांडिया ग्राम में प्रवेश हुई। एकात्म यात्रा का सांडिया पुल पर सभी लोगों ने उमंग एवं उत्साह से भव्य एवं ऐतिहासिक स्वागत किया। एकात्म यात्रा प्रात: 11 बजे जैसे ही सांडिया पुल पर पहुंची तो आदिगुरू शंकराचार्य के जय घोष से आकाश गुंजायमान हो गया। पिपरिया विधायक ठाकुरदास नागवंशी एवं कलेक्टर अविनाश लवानिया ने एकात्म यात्रा की अगवानी की। एकात्म यात्रा का नेतृत्व महामण्डलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद कर रहे थे। एकात्म यात्रा का सभी जनप्रतिनिधियों ने, ग्रामीण जनों ने, प्रशासनिक अमले ने दिल खोल कर स्वागत किया। फूलों की वर्षा कर किया गया स्वागत जैसे ही एकात्म यात्रा ने सांडिया पुल पर प्रवेश किया वैसे ही ग्रामीण जनों ने अपूर्व उत्साह से फूलों की वर्षा कर एकात्म यात्रा का जिले में प्रवेश होने पर स्वागत किया। ग्राम की महिलाएं सौभाग्य का प्रतीक पीले रंग की साड़ी धारण कर और सर पर कलश रखकर यात्रा का स्वागत किया। स्कूली बच्चों ने कतारबद्ध होकर फूलों की वर्षा कर एकात्म यात्रा का स्वागत किया। बैण्ड-बाजा एवं घोड़ी डांस बनी आकर्षक का केन्द्र एकात्म यात्रा के सांडिया ग्राम में प्रवेश करने पर बैण्ड-बाजा एवं ढोल नगाडा बजाकर यात्रा का स्वागत किया गया। बैण्ड दल ने नमामि देवी नर्मदे की धुन बजाई जिससे सभी आध्यात्मिक रंग में रंग गए। एकात्म यात्रा के आगे-आगे बैण्ड दल चल रहा था और मधुर धुन बजा रहा था। इसी के साथ ही घोड़ी डांस की प्रस्तुति की गई। जिसका सभी ने आनंद लिया। एकात्म यात्रा के स्वागत के लिए ग्राम वासियों ने फटाके फोड़कर अपनी खुशी का इजहार किया। विधायक और जिला अध्यक्छ ने सर पर रखी चरण पादुका एकात्म यात्रा के साथ आई हुई आदिगुरू शंकराचार्य की सांकेतिक चरण पादुका को विधायक ठाकुरदास नागवंशी ने सर पर धारण कर आदिगुरू शंकराचार्य के प्रति सम्मान व्यक्त किया। विधायक चरण पादुका लिए हुए आगे आगे चले। राज्य अंत्योदय समिति के सदस्य हरिशंकर जयसवाल ने ध्वज को उठाया। इस दौरान सांडिया ग्राम की सरपंच ने भी चरण पादुका को सर पर धारण किया। जगह-जगह स्वागत द्वार एवं रंगोली बनाकर किया स्वागत एकात्म यात्रा के दौरान सांडिया एवं आसपास के ग्रामों के व्यक्तियों ने अपने घरों में एकात्म यात्रा के प्रति श्रद्धा एवं भक्ति प्रदर्शित करने के लिए आकर्षक रंगोलियां बनार्इं। इन रंगोली के माध्यम से किसी ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, तो किसी ने स्वच्छ भारत अभियान को दर्शित किया। तो किसी ने जल की उपयोगिता को सिद्ध करने के लिए नर्मदा है तो जल है की रंगोली बनाई। ग्राम सांडिया, पचलावर, गाड़ाघाट, खापरखेड़ा, सिलारी, सिवनी एवं पिपरिया से लेकर सोहागपुर तक स्वागत द्वार बनाये गए थे। जगह-जगह पताका फहरायी गई है। इसके अलावा चिन्हित जगहों पर आदि गुरू शंकराचार्य के अद्वैतवाद दर्शन को लोगों तक पहुंचाने के लिए छोटे छोटे पण्डाल बनाए गए थे।