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इंदौरः पोस्टर विवाद, विधानसभा चुनाव से पहले पक्ष-विपक्ष के बीच सियासत तेज

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Oct 19, 2019

दीपिका अग्रवाल - महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक माहौल चरम पर है। सभी पार्टियों ने अपने घोषणा पत्र जारी कर दिए है। ऐसे में भाजपा द्वारा जारी किए गए घोषणापत्र को लेकर सियासत तेज हो गई है। दरअसल, भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में वादा किया है कि वह वीर सावरकर को भारत रत्न दिलवायेगी। इसी को लेकर कांग्रेस भाजपा पर हमलावर हो गई है। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी कहलाने वाले इंदौर में कुछ विवादित पोस्टर लगाए गए हैं, जिसमें लिखा गया है कि भारत माता इन्हें क्षमा करना, आजादी के आंदोलन में आपसे गद्दारी करने वाले सावरकर को गोडसे समर्थक भाजपा द्वारा भारत रत्न देने का संकल्प लिया गया है, इन्हें सदबुद्धि दे।

कांग्रेसी कार्यकर्ता सावरकर को भारत रत्न मानने का कर रहे विरोध

वहीं निगम कर्मियों को जब रीगल पर पोस्टर लगने की बात पता चली तो निगम का अमला मौके पर पहुंचा और पोस्टर को हटाने की कवायद शुरू की गई। इस दौरान पोस्टर लगाने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं से निगम कर्मियों की जमकर झड़प भी हुई। वहीं कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने निगम कर्मियों को यह कहकर धमकाया कि अब प्रदेश में सरकार हमारी है, तुम हमें पोस्टर लगाने से नहीं रोक सकते। पोस्टर लगाने वाले कांग्रेस के प्रदेश सचिव विवेक खंडेलवाल का कहना है कि भाजपा मुंह में राम और बगल में छुरा की कहावत को चरितार्थ करती आई है। उन्होंने आरोप लगाया कि सावरकर ने छह बार अंग्रेजों को माफीनामा लिखा, यही नहीं महात्मा गांधी की हत्या के आरोप में अभियुक्तों में सावरकर का नाम भी शामिल था। ऐसे में भाजपा द्वारा सावरकर को भारत रत्न देने की घोषणा करना एक बार फिर उसके गोडसे समर्थक होने की पुष्टि करता है।