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उज्जैनः जनपद पंचायत सीईओ प्रियंका टैगोर के खिलाफ जनपद सदस्यों का फूटा गुस्सा

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Nov 23, 2019

अनिल बैरागी - उज्जैन के महिदपुर में जनपद सदस्यों का गुस्सा जनपद पंचायत सीईओ प्रियंका टैगोर के खिलाफ फूट पड़ा और सारे जनपद सदस्यों ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी के खिलाफ सर्वानुमति से पारित कर डाला निंदा प्रस्ताव। दरअसल जनपद पंचायत सभागृह में साधारण सभा को लेकर एक बैठक आयोजित की गई थी। जिसका जनपद पंचायत के अध्यक्ष सहित समस्त जनपद सदस्यों को 13 नवंबर को ही सूचना पत्र जारी कर दिया था। जिसके बाद एक तिहाई से ज्यादा जनपद सदस्य सभागृह बैठक में पहुंचे, लेकिन वीरान पड़ी कुर्सियों को देख हैरत में पड़ गए।

जनपद सदस्यों ने सीईओ के खिलाफ सर्वसहमति से निंदा प्रस्ताव पारित कर कलेक्टर को भेजा

वहीं जब इस बात को लेकर लेखापाल से सीईओ के बारे में पूछा गया, तो पता चला कि होने जा रही बैठक को जनपद पंचायत सीईओ प्रियंका टैगोर ने निरस्त कर दिया। वो खुद बैठक से नदारद रही। बस फिर क्या था, इस बात को लेकर सारे जनपद सदस्यों में आक्रोश फूट पड़ा और सीईओ प्रियंका टैगोर के खिलाफ सर्वसहमति से निंदा प्रस्ताव पारित कर कलेक्टर को भेज दिया। सदस्यों का आरोप है कि जबसे सीईओ टैगोर ने कार्यभार संभाला है तब से लेकर अब तक तीन बैठकों की सूचना तो दी, लेकिन मौके से खुद ही नदारद रहीं। वहीं ऐसा कौन सा काम आ पड़ा था कि इंदौर हाई कोर्ट मैडम को जाना पड़ा और वह भी अचानक, जबकि सीईओ चाहती तो 2 दिन पहले भी हमें सूचना दे सकती थीं। बावजूद इसके सबके आने के बाद अचानक तीसरी बार बैठक निरस्त करने का क्या औचित्य रहा। जनपद पंचायत के अध्यक्ष और सदस्य की बैठक के दौरान जनपद पंचायत सीईओ की गैरमौजूदगी वाकई सवालिया निशान खड़े करती है, कि आखिर इतनी बार बैठक आयोजित होने के बावजूद खुद मुख्य कार्यपालन अधिकारी क्यों रहती हैं नदारद।