Loading...
अभी-अभी:

मुआवजे की राशि को लेकर भड़के कार्यपालन यंत्री, किसानों ने रूकवाया काम

image

Mar 8, 2018

जिले के खकनार में किसानों और जल संसाधन कार्यपालन यंत्री के बीच मुआवजे की मांग को लेकर भारी विवाद हो गया और मामला थाने तक पहुंच गया। बता दें कि किसानो ने डेम निर्माण का कार्य रूकवा दिया है और मुआवजा नहीं मिलने पर उग्र आन्दोलन की भी चेतावनी दी है।

मुआवजे को लेकर किसानों को नहीं मिल पा रही जानकारी
बुरहानपुर जिले के ग्राम करदली में बन रहे स्टोरेज टैंक डैम का विवाद सुलझने का नाम ही नहीं ले रहा, किसानों को मुआवजा दिए बिना 60% तक डेम का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया लेकिन किसानों को किसी भी प्रकार की कोई जानकारी नहीं दी गई है। कई बार जिला कलेक्टर से लेकर आला अधिकारियों को अवगत कराने के बाद भी किसानों को मुआवजा संबंधी कोई भी जानकारी नहीं मिल रही है।

जानकारी देने की बजाय किसानों पर भड़के कार्यपालन यंत्री
बता दें कि बुधवार को जब जल संसाधन विभाग कार्यपालन यंत्री वी के मंडलोई की डेम निर्माण स्थल पर आने की सूचना किसानो को मिली तो किसान डैम स्थल पर कार्यपालन यंत्री से  जानकारी लेना पहुंच गए कि उनकी कितनी जमीन डूब में जा रही है और उन्हें कितना मुआवजा मिलना है तो कार्यपालन यंत्री ने सीधे तरीके से जानकारी देने की बजाय किसानो पर ही भड़क गए।

किसानों को गमराह करके कर रहे डेम निर्माण का कार्य
किसानो ने बताया कि कार्यपालन यंत्री वीके मंडलोई किसानों को कई दिनों से गुमराह कर डेम का निर्माण कार्य करवा रहे है डेम 60% बनने तक भी किसानो को मुआवजे की जानकरी भी नहीं दे रहे थे आज जब किसानों को बताया गया की उनकी कृषि भूमि जिससे उनके परिवार का भरन पोषण होता है वह मिटटी के मोल जा रही है मुआवजे से मिलने वाली राशी से वह दूसरी जगह भूमि भी खरीद नहीं पायंगे तो किसान इस बात से आक्रोशित हो गये जिससे किसानो ओर कार्यपालन यंत्री के बीच तीखी बहस होने लगी जिसमे कार्यपालन यंत्री वी.के मंडलोई किसानो को  धमकाने लगे।

किसानों को दिया लॉयन ऑर्डर का हवाला
कार्यपालन यंत्री किसानों को डैम निर्माण में बाधा उत्पन्न करने एवं कार्य रोकने की दशा में लॉयन ऑर्डर का हवाला देते हुए किसानों पर केस दर्ज करने की बात की जिससे गुस्साए किसानो ने यंत्री की लिखित शिकायत खकनार थाने में दर्ज कराई। वही यंत्री ने मीडिया कर्मियों को किसी भी प्रकार की कोई जानकारी दिए बिना अधिकारी किसानों सहित मीडिया कर्मियों पर अपने अधिकारी होने का रौब दिखाने लगे कहा कि अगर किसी भी प्रकार की जानकारी चाहिए तो जिला कार्यालय आकर ले मैं यहां जानकारी देने नहीं कार्य का निरक्षण करने आया हूं।