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अवैध रेत खनन की जांच के लिए विशेष दल हो गठित : पूर्व राजस्व मंत्री

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Mar 8, 2018

हरदा पूर्व भाजपा विधायक एवं मध्य प्रदेश सरकार पूर्व राजस्व मंत्री कमल पटेल ने नर्मदा में अवैध रेत खनन की जांच के लिए विशेष दल गठित करने की मांग की है। उन्होंने जांच कार्य की वीडियोग्राफी भी कराने की मांग की है। पूर्व मंत्री ने कलेक्टर के नाम संबोधित ज्ञापन अपर कलेक्टर बाबूलाल कोचले को सौंपा और इसकी प्रति एसपी राजेश कुमार सिंह को भी दी गई है।

पूर्व मंत्री ने भमौरी खदान का किया निरिक्षण 
बता दें कि गत सोमवार को पूर्व मंत्री भमौरी खदान पर पहुंचे थे। यहां हो रहे अवैध खनन की शिकायत करने के बाद हंडिया नायब तहसीलदार व थाना प्रभारी ने पहुंचकर चार डंपरों को जब्त करने की कार्रवाई की थी। पटेल के मुताबिक जिले में 14 रेत खदाने स्वीकृत हैं। इनमें से 9 की नीलामी हुई है। सभी 14 खदानों से खनन के लिए सिया की अनुमति नहीं मिली है। इसके बावजूद ठेकेदार यहां खनन कर रहा है। नर्मदा से नाव द्वारा भी रेत निकाली जा रही है। मशीनों से भी खुदाई जारी है। कई ट्रैक्टर-ट्रॉली व डंपर अवैध रूप से रेत की ढुलाई कर रहे हैं। 

हाईकोर्ट के निर्देशों की अवहेलना
पटेल के मुताबिक हाईकोर्ट ने रेत, गिट्टी व मुरम से भरे दस व छह पहिए के डंपरों को रोककर इनकी तुलाई कराके ओवरलोड पाए जाने पर चालानी कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। लेकिन जिले में ऐसी कार्रवाई नहीं की जा रही। खनिज विभाग, पुलिस, परिवहन विभाग व राजस्व अमला कोर्ट के निर्देशों की अवहेलना कर रहा है।

पार्टी की सरकार को किया कटघरे में खड़ा 
सीएम शिवराज सिंह चौहान के द्वारा नर्मदा सेवा यात्रा निकाली गई थी। जिसकी समाप्ति के कुछ दिन पहले ही पूर्व मंत्री कमल पटेल ने प्रदेश में नदियों में हो रहे अवैध खनन के मुद्दे को उठाकर अपनी ही पार्टी की सरकार को कटघरे में ला खड़ा किया था। आनन फानन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूरे प्रदेश में रेत खनन पर रोक लगा दी थी। वहीं भाजपा ने भी कमल पटेल को नोटिस जारी किया था लेकिन दोबारा से कमल पटेल के द्वारा चुनाव के पहले इस मुद्दे को उठाकर कही ना कही शिवराज सरकार को इस मामले में दोषी ठहराया है। पटेल ने कहा कि अब नर्मदा नदी का पानी सड़ांध मारने लगा है जो की अब पीने योग्य नहीं है यहाँ ठेकेदारों में नर्मदा नदी को खोदकर जगह जगह तालाब बना दिए गए है। 

गौरतलब है कि हरदा जिला मुख्यालय की आधे से अधिक जनता नर्मदा नदी का पानी ही पीती है जिसे पूर्व मंत्री कमल पटेल पीने योग्य नहीं बता रहे हैं।