Mar 3, 2020
दीपिका अग्रवाल : इंदौर को भिक्षु मुक्त बनाने की कवायद की जा रही है। इसके लिए कलेक्टर ने निगम आयुक्त को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। बता दें कि, जिम्मेदारी मिलने के बाद नगर निगम ने शहरभर के भिक्षुओं को चिन्हित करने और इनके पुनर्वास के लिए योजना बनाने का काम शुरू भी कर दिया है।
भिक्षुओं की वजह से पर्यटकों को हो रही परेशानी
दरअसल, इंदौर में लगभग हर चौराहे पर भिक्षावृत्ति को बढ़ावा देते हुए भिक्षु नजर आते है। इनकी मौजूदगी शहर की साख पर जहां बट्टा लगाती है वहीं शहर में आने वाले पर्यटकों को भी इनकी वजह से परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में शहर को भिक्षु मुक्त बनाने के लिए कलेक्टर द्वारा योजना बनायीं गयी थी। कलेक्टर ने ये ज़िम्मेदारी नगर निगम को सौपी थी, साथ ही इस पूरी योजना के लिए निगम आयुक्त को नोडल अधिकारी भी नियुक्त किया था। जिम्मेदारी मिलते ही नगर निगम ने काम करना भी शुरू कर दिया है। जिसके तहत निगम के द्वारा शहर के सभी भिक्षुओं की गणना की जा रही है, साथ ही उनसे उनकी संपूर्ण जानकारी भी ली जा रही है।
बेघर भिक्षुओं के लिए नगर निगम ने बनायी योजना
नगर निगम के द्वारा इन भिक्षुओं के लिए पुनर्वास की योजना पर भी काम किया जा रहा है। निगम के अधिकारियों का कहना है कि नगर निगम भिक्षुओं को रोजगार और मकान दिलाने का काम भी करेगा, वहीं वर्तमान में बेघर भिक्षुओं के लिए अस्थायी व्यवस्था रेन बसेरों में करने का मन बनाया है।