Loading...
अभी-अभी:

राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान : एक भी बच्चा ना रहे दवा से वंचित!

image

Mar 11, 2018

राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान के द्वितीय चरण में पोलियो की खुराक पिलाने के लिये 1.06 करोड़ 0-5 वर्ष के बच्चों को लक्षित किया गया है, जिन्हें प्रथम दिन 45,431 बूथ, 2,488 ट्रांजिट बूथ, 1,609 मोबाइल टीम तथा शेष दो दिवसों में 1,82,859 वैक्सीनेटर 13,688 सुपरवाईजर की निगरानी में 1.21 करोड़ घरों का भ्रमण कर यह सुनिश्चित करेंगे कि एक भी बच्चा एवं एक भी घर ना छूटे। प्रात: 8 बजे से शाम 5 बजे तक प्रतिदिन पल्स पोलियो टीम यह कार्य करेगी।

राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. संतोष शुक्ला ने बताया कि अन्य व्यवस्थाओं के तहत प्रचार सामग्री 45,431 बैनर, 1,81,723 पोस्टर, 90,861 मार्कर पेन, 1.44 करोड़ बी-ओपीबी वैक्सीन, 1,176 कोल्ड चेन फोकल प्वाईंट तक पहुँचा दिये गये हैं। पल्स पोलियो टीमों का गठन कर ब्लॉक स्तर पर शत-प्रतिशत प्रशिक्षण पूर्ण कर लिया गया है। गर्मी के प्रकोप को देखते हुये पल्स पोलियो टीमों को विशेष रूप से निर्देशित किया गया है कि वे प्रात: 8 बजे से, 11 से 13 मार्च तक कार्य प्रारम्भ करें।

आयुक्त स्वास्थ्य द्वारा अन्तविभागीय समन्वय हेतु सभी विभाग प्रमुखों (आई.सी.डी.एस. पंचायत विभाग, वन विभाग, ट्रायबल विभाग, नगरीय प्रशासन विभाग, आयुष विभाग) को तथा मिशन संचालक द्वारा समस्त कलेक्टर को पत्र के माध्यम से सभी व्यवस्थाएँ सुचारू ढंग से संचालित करने के लिए कहा गया है। साथ ही वीडियो कॉन्फ्रेन्स के माध्यम से सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला टीकाकरण अधिकारी तथा खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये गये हैं।

उल्लेखनीय है कि देश में 6 वर्ष से अधिक समय से पोलियो का कोई प्रकरण प्रकाश में नहीं आया हैं। किन्तु पड़ोस के कुछ देशों में अभी पोलियो वायरस सक्रिय है एवं कभी भी देश में पुन: प्रवेश कर सकता है।

एक भी बच्चा दवा से वंचित ना रहे इसके लिए 12 एवं 13 मार्च को स्कूलों में भी टीम सदस्य स्वयं उपस्थित होकर बच्चों की बाँयी उंगली में लगाई गई इंक मार्किंग के आधार पर वंचित बच्चों को दवा पिलायेंगे। साथ ही घर से बाहर भ्रमणरत परिवारों के लिये रेलवे स्टेशन, बस स्टेण्ड, प्रमुख चौराहों अस्पतालों में ट्रांजिट दल तथा‍निर्माण-स्थल, ईंट भट्टे, घुम्मकड़ आबादी वाली बस्तियों में मोबाइल टीम भी जायेगी।

राज्य-स्तर पर सतपुड़ा भवन भोपाल में 0755-2552905 एवं जिला-स्तर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में नियंत्रण कक्ष स्थापित किये गए हैं।