Feb 7, 2019
राजेश लक्षकार - मीडिया द्वारा जिले के किसी बड़े अधिकारी से यदि जन समस्या संबंधी कोई सवाल पूछा जाए और अधिकारी कहे यह सीक्रेट मामला है इस पर सवाल मत पूछिए और फिर बजाय मामले में जवाब देने के कैमरा बंद करने को कहें तो ऐसे अधिकारी के लिए आप क्या कहेंगे प्रशासनिक सेवा में आने के साथ ही स्वभाव में नम्रता एक अधिकारी की पहचान हो जाती है क्योंकि वह जन समस्याओं को हल करने के लिए अपनी भूमिका निभाते हैं लेकिन नीमच जिले की जिला परिवहन अधिकारी बरखा गोड अशालिन व्यवहार के लिए हमेशा सुर्खियों में रहती हैं।
मीडिया के साथ की अभद्रता
ऐसा ही मामला आज हुआ जब परिवहन अधिकारी बरखा गोड ने अपने अशालीन व्यवहार की हद पार कर दी और मीडिया के साथ अभद्रता की मामला यह है की राजस्थान सीमा से लगे नयागांव केशरपुरा के बीच होटलो पर छोटे ट्रकों में सीमेंट भरकर लाया जाता है और सीमेंट के ट्रकों को बड़े डम्फर ट्रालो में खाली कर दिया जाता है इस तरह अंडर लोड को ओवरलोड में बदलकर एमपी में सप्लाई किया जाता है।
कारोबार में है कई सीक्रेट बातें
इसी संदर्भ में आज मीडियाकर्मी जिला परिवहन अधिकारी बरखा गोड से उनकी कार्यवाही के प्रति पक्ष लेने गए तब परिवहन अधिकारी बरखा गौड़ ने पहले कहा कि यह मामला सीक्रेट है इस मामले को मत उठाओ, फिर मीडिया कर्मियों से मोबाइल छीनने का प्रयास किया और फिर अभद्रता करते हुए अन्य कर्मचारियों से कहा कि इन्हें बाहर कर दीजिए अब सवाल उठता है ओवरलोड अंडरलोड के काले कारोबार के मामले में ऐसा क्या सीक्रेट है जिसे परिवहन अधिकारी छुपाना चाह रहीं है और धीमी आवाज में कह रही थी यह सिक्रेट मामला है और फिर अचानक मीडिया पर भड़क गई।