Nov 5, 2018
राजेश यादव : पलेरा तहसीलदार शाम के वक्त तहसीलदार अनिल गुप्ता किसान धनीराम अहिरवार की जमीन पर अतिक्रमण हटाने गए थे जहां गरीबों के आशियाने बने हुए थे आचार संहिता लगते ही बेलगाम हुए प्रशासन ने उन गरीबों की एक नहीं सुनी। जिन्होंने मेहनत से अपने घर बनाए थे प्रशासन का तर्क था कि शासकीय जमीन पर कब्जा कर के मकान बनाए गए हैं जबकि वहां पर हेलीपैड बनना है। अपने आंखों के सामने अपनी जमीन पर बने आशियाने को गिरते देख गरीब परिवार आक्रोशित हो गए और तहसीलदार के सामने विरोध जताया जब प्रशासन नहीं माना तो वह तहसीलदार की कार के सामने लेट गए।
जिसके चलते तहसीलदार को अपनी सरकारी वाहन को ही छोड़ कर के जाना पडा, वहीं पीड़ित को न तो कोई नोटिस दिया गया है, वहीं मौके पर पहुंची पुलिस और प्रशासन की टीम ने मामले को शांत कराया है।