Loading...
अभी-अभी:

मंडलाः कुदरत का दोहरा करिश्मा, कहीं जल संकट तो कहीं बर्बाद हो रहा पानी

image

Jun 12, 2019

अमित चौरसिया- एक तरफ मंडला सहित प्रदेश के कई इलाकों में भीषण जलसंकट के हालात बने हुए हैं। वहीं जिले में कुछ गांव ऐसे भी हैं, जहां कुदरत इस कद्र मेहरबान है कि बोर से दिन रात कुदरती तौर से अनवरत पानी निकल रहा है। शासन स्तर पर किसी भी प्रकार का इंतेजाम न किये जाने की वजह से रोजाना लाखों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है।

मंड़ला जिले के घुघरी विकासखंड की ग्राम पंचायत देवहारा और बम्हनी गांव में कुदरत इस कद्र मेहरबान है कि बीना कनेक्शन वाले बोर से दिन रात कुदरती तौर से अनवरत पानी निकल रहा है। दोनों ऐसे नलकूप हैं जिसमें से पिछले 20 साल से अनवरत कुदरती रूप से पानी निकलने का सिलसिला जारी है। भीषण जल संकट के बीच यह हैंडपंप गांव के हजारों लोगों की प्यास तो बुझा रहा है। मगर हैरत की बात तो यह है कि इस बेशक़ीमती पानी को सहेजने के लिए शासन स्तर पर किसी भी प्रकार के इंतेजाम न किये जाने की वजह से रोजाना लाखों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है।

जवाबदेह अधिकारियों की अकर्मण्यता के कारण कई सालों से बेशकीमती पानी हो रहा व्यर्थ

ग्रामीणों की मानें तो वो नलकूप एवं बोर से निकलने वाले पानी को संरक्षित और सहेजने के लिये अनेकों बार शासन प्रशासन से गुहार लगा चुके हैं। लेकिन जवाबदेह अधिकारियों की अकर्मण्यता के कारण कई सालों से बेशकीमती पानी व्यर्थ में बहकर बर्बाद हो रहा है। वहीं जब हमने इस पूरे मामले की जानकारी जिला कलेक्टर को दी तो उन्होने इस बेकार हो रहे पानी को सहेजने की बात कर रहे है। दोनों नलकूपों से रोजाना ही लाखों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है, अगर शासन स्तर से इसको सहजने के लिए कुछ किया जाता तो उन गांवों की समस्या दूर हो जाती जहां पानी के लिए लोगों को जान की बाजी लगानी पड़ती है। बहरहाल देखना है कि कबतक प्रशासन की आखे खुलती है।