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जीवाजी विश्वविद्यालय में गहराया जल संकट, लोगों से की पानी की बर्बादी न करने की अपील

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Jun 17, 2019

धर्मेन्द्र शर्मा : लगभग 450 कॉलेजों की मॉनिटरिंग और 35 अध्ययन शालाओं का संचालन कर रहे जीवाजी विश्वविद्यालय में इस बार जल संकट गहरा सकता है। जिसे गंभीरता से लेते हुए जेयू प्रबंधन ने एक पत्र जारी कर जल संरक्षण की अपील की है। दरअसल जीवाजी विश्वविद्यालय में भूजल स्तर के नीचे जाने से परिसर में मौजूद नलकूपों का लेवल नीचे जाने लगा है जिससे कुछ बोरिंगों में पाइपों को बढ़ाने की नौबत आ गई है।

पेयजल संकट का समाधान न होने पर छात्र-छात्राओं की बढेंगी मुश्किलें
बता दें कि एक महीने में अगर बारिश नहीं हुई और पेयजल संकट का समाधान नहीं हुआ तो यहां आने वाले छात्र-छात्राओं को मुश्किल हो सकती है। इसी परेशानी को देखते हुए जीवाजी विश्वविद्यालय प्रबंधन ने पानी को बचाने का प्रयास अभी से ही शुरू कर दिया है। 

पानी की बर्बादी न करने की अपील
जेयू प्रबंधन ने भविष्य में ऐसी स्थिति से निपटने के लिए अपने सभी विभागों में अधिकारी, कर्मचारियों के साथ-साथ छात्र-छात्राओं को एक पत्र जारी कर पानी की बर्बादी ना करने और उसे बचाने की अपील की है जिससे पानी की बचत हो सके और जल संकट की समस्या से भी बचा जा सके।