Oct 1, 2025
कान्हा टाइगर रिजर्व में बाघों के दीदार अब महंगे, 1 अक्टूबर से गेट खुले
अमित चौरसिया मंडला : मध्य प्रदेश का प्रसिद्ध कान्हा टाइगर रिजर्व 1 अक्टूबर 2025 से पर्यटकों के लिए खुल रहा है। मानसून के चार महीने बंद रहने के बाद अब जंगल सफारी फिर शुरू होगी। लेकिन इस बार टाइगर के दीदार के लिए पर्यटकों को जेब ढीली करनी पड़ेगी, क्योंकि एंट्री फीस, सफारी और गाइड चार्ज में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। मंडला जिले के खटिया, सरही और बालाघाट के मुक्की गेट से एंट्री मिलेगी, जहां दो शिफ्टों में सफारी चलेगी।
उत्सव और शुभारंभ
कान्हा टाइगर रिजर्व का शुभारंभ धूमधाम से होगा। मध्य प्रदेश सरकार की कैबिनेट मंत्री संपतिया उईके और पूर्व केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने हरी झंडी दिखाकर पार्क का उद्घाटन किया। 1 से 7 अक्टूबर तक विधिवत आयोजन होंगे, जिसमें 'रन फॉर कान्हा' मैराथन दौड़ मुख्य आकर्षण होगी। यह आयोजन पर्यावरण संरक्षण और वन्यजीव जागरूकता पर केंद्रित है। पार्क निदेशक रविंद्र मणि त्रिपाठी ने बताया कि सभी तैयारियां पूरी हैं और ऑनलाइन बुकिंग के माध्यम से ही प्रवेश मिलेगा।
बढ़ी फीस: पर्यटकों पर बोझ
इस साल फीस में इजाफे से पर्यटक चिंतित हैं। कोर एरिया की एंट्री फीस भारतीयों के लिए 2400 से बढ़कर 2640 रुपये हो गई है, जबकि विदेशियों को 4800 के बजाय 5280 रुपये चुकाने होंगे। गाइड फीस 480 से 800 रुपये प्रति वाहन (जिप्सी, जिसमें 6 लोग) हो गई। पूरे वाहन बुकिंग पर कुल खर्च 2400 से 2640 रुपये बढ़ा। राज्य सरकार के निर्देश पर यह 10 प्रतिशत वृद्धि की गई है। सुबह 5:15 बजे और दोपहर 2:30 बजे की शिफ्टों में सफारी होगी।
बेटी बचाओ थीम पर खुलेंगे द्वार
'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, बेटी को दुनिया की सैर कराओ' थीम पर गेट खुलेंगे। पार्क प्रबंधन ने लड़कियों के लिए मुफ्त या छूट वाली एंट्री का प्रावधान रखा है। अक्टूबर के वीकेंड पर बुकिंग फुल है, खासकर 1 से 3 अक्टूबर तक। कान्हा पर्यटकों की पहली पसंद बना हुआ है, जहां हर साल पर्यटकों की संख्या बढ़ रही। 2025 में पहले ही 2.58 लाख पर्यटक आए। टाइगर स्पॉटिंग के लिए अक्टूबर-मार्च सबसे अच्छा समय है।
पर्यटन में उछाल
कान्हा के जंगल बाघ, बारासिंगा और विविध वन्यजीवों से भरपूर हैं। तीन गेटों से सीजन भर भीड़ रहती है। ऑनलाइन बुकिंग (forest.mponline.gov.in) जल्दी करें, क्योंकि स्लॉट तुरंत भर जाते हैं। यह वृद्धि संरक्षण के लिए जरूरी है, लेकिन पर्यटकों को बजट प्लान करना होगा। कान्हा नेचर लवर्स के लिए स्वर्ग है!