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पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ने पंजाब को बनाया ट्रांजिस्ट केंद्र

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Jun 12, 2020

पंजाब को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी अपना ट्रांजिस्ट केंद्र बनाकर चलने लगी है। पंजाब के रास्ते ही घाटी में हथियारों की खेप और पैसा पहुंचाया जा रहा है। लगातार हो रहे खुलासों से केंद्रीय एजेंसियों ने पंजाब सरकार को आगाह कर रखा है। वीरवार को गिरफ्तार लश्कर के आतंकवादियों से फिर एक बार साबित हो गया है कि पंजाब-पाक सीमा से हथियारों की तस्करी हो रही है। इससे पहले 25 अप्रैल को पंजाब पुलिस ने हिलाल अहमद वागे को गिरफ्तार किया था जो अमृतसर से ‘ड्रग मनी‘ लेने आया था।

पंजाब में ड्रोन के जरिए हथियारों की पहुंचाई गई खेप 
बता दें कि, हिलाल भी पैसे ले जाने के लिए ट्रक का ही इस्तेमाल कर रहा था। इससे पहले पंजाब में ड्रोन के जरिए हथियारों की खेप पहुंचाई गई थी, जिसके पीछे आतंकवादी संगठन जैश के अलावा खालिस्तानी आतंकवादियों का हाथ भी था। पिछले साल सितंबर में पंजाब में हथियारों की खेप पकड़ने के बाद सामने आया था कि पाकिस्तान की तरफ से 10 बार ड्रोन पंजाब में भेजे गए लेकिन कम ऊंचाई पर उड़ने की वजह से इसकी जानकारी नहीं मिल सकी। इन ड्रोन के साथ हथियारों का जखीरा पंजाब में उतारा गया। वही, पुलिस को इस जखीरे के साथ पांच सैटेलाइट फोन भी मिले थे। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि इन फोन का इस्तेमाल जम्मू-कश्मीर में होना था, जहां काफी समय तक इंटरनेट सेवा बंद रही थी। वहीं पंजाब में लगातार इन दिनों जो हेरोइन बरामद की जा रही है, उसे फिरोजपुर के ममदोट इलाके से भारत सीमा में भेजा गया है। इस घटना के बाद फिर से फिरोजपुर की सीमा पर पाकिस्तानी ड्रोन देखे गए थे।

एक किलो आरडीएक्स बरामद
इस मामले को लेकर आईबी की सूचना पर जालंधर पुलिस ने अवंतीपोरा श्रीनगर के जाइिद गुलजार, पुलवामा के मोहम्मद इदरीश शाह और पुलवामा के नूरपोरा निवासी युसूफ रफीक को सीटी इंस्टीट्यूट से काबू किया गया था। इनके पास से इटैलियन पिस्टल, 2 मैगजीन, एक एके 47 के अलावा लगभग एक किलो आरडीएक्स बरामद किया गया था। जालंधर के मकसूदां थाने में भी कश्मीरी आतंकियों ने ही हमला किया था। 2018 में 3 नवंबर को फैजल बाशिर (23) को अवंतीपोरा और शाहिद कय्यूम (22) को काबू किया