May 15, 2019
सुनील पासवान : कहते हैं प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती है, चाहे वह शारीरिक रुप से कमजोर हो या फिर आर्थिक रुप से। जी हां ऐसी ही प्रतिभा का लोहा मनवाया है बलरामपुर जिले के रामानुजगंज के वार्ड क्रमांक 8 की रहने वाली रुपा दास ने। बता दें कि जन्म से शरीर से पूरी तरह से दिव्यांग रुपा रामानुजगंज के शासकीय कन्या हाई स्कूल की छात्रा है और प्रतिदिन उसकी सहेलियां उसे ट्राईसायकिल पर बिठाकर स्कूल लेकर जाती थीं।
10वीं बोर्ड की परीक्षा में प्राप्त किए अंक
छात्रा रुपा इस बार 10वीं बोर्ड की परीक्षा में शामिल हुई थी और उसने सभी को चौंकाते हुए शानदार 72.16 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। रुपा को देखकर कोई अंदाजा नहीं लगा सकता की उसने इतना अंक अर्जित किया होगा। लेकिन प्रतिदिन स्कूल जाना और खुद की मेहनत से रुपा ने ये कर दिखाया और आज सभी के लिए मिसाल बन गई है।
बधाई देने वालों का लगा तांता
रुपा की इस कामयाबी के बाद उसके घर में बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है और शिक्षा विभाग से खण्ड शिक्षा अधिकारी अपने स्टाॅफ के साथ उसे बधाई देने उसके घर पहुंचे। बीईओ को अपने घर में देखकर रुपा काफी खुश है और वहीं बीईओ आर.एल.पटेल ने एक दिव्यांग छात्रा की इस उपलब्धि पर खुशी जताते हुए कहा की छात्रा की पढाई में अब आगे जो भी जरुरत होगा वो उसकी पूरी मदद करेंगे और वो जितना शिक्षा ग्रहण करना चाहती है उसे वो पूरा करवांएगे।
दिव्यांग रुपा को ट्राईसायकिल भी देंगे बीईओ
पूरी तरह से दिव्यांग रुपा का ट्राईसायकिल खराब हो गया है उसे देखते हुए बीईओ ने तत्काल इसकी व्यवस्था कराने की बात कही है। वहीं रुपा ने बताया की स्कूल से आने के बाद वो घर में आकर पढ़ाई करती थी और उसके भाई बहन उसकी पढाई में मदद करते थे। मां अपनी बेटी की इस उपलब्धि से बेहद खुश हैं और उसे आगे और पढाने की बात कर रहीं हैं।रुपा से मिलने उसके घर पहुंचे स्कूल के प्रचार्य ने कहा की रुपा की पढाई में आगे किताब और कॉपीयों की जो जरुरत होगी वो उसे पूरा करवांएगें।