May 15, 2019
अखिल मानिकपुरी- बिलाईगढ़ के विधायक चन्द्रदेव राय ने मुख्यमंत्री और वनमंत्री को बार अभ्यारण क्षेत्र में 29 हिरणों की मौत होने को लेकर लिखा पत्र। विधायक चन्द्रदेवराय ने बलौदाबाजार जिले के डीएफो विश्लेश कुमार को हटाने और हिरणों की मौत के मामले में दोषियों पर कार्यवाही करने को लेकर पत्र लिखा है। काले हिरणों की मौत के मामले में विधायक ने जब वन विभाग के अधिकारियों से बात की तो उन्होंने केवल 12 हिरणों की मौत निमोनिया से होने की बात कबूल रहे हैं। जबकि विधायक अब तक 29 हिरणों की मौत होने का दावा कर रहे हैं।
78 काले हिरण राजस्थान से लाये गये थे, जिन पर लाखों करोड़ों खर्च किया गया
बिलाईगढ़ के विधायक चन्द्रदेवराय ने मिडिया से बात करते हुये कहा कि वे 4 माह पहले वनांचल क्षेत्र में गये थे, तभी ग्रामीणों ने बताया कि काले हिरण मारे थे, जिसे बिना पोस्टमार्टम के दफनाया गया है। जिसके बाद विधायक ने वन विभाग के अधिकारियों से जानकारी मांगी तो पता चला कि 12 काले हिरणों की मौत निमोनिया से हुई थी। विधायक ने कहा कि 78 काले हिरण राजस्थान से लाये गये थे। लाखों करोड़ों रुपये इन के अनुकूल केन्द्र व प्रजन्न केन्द्र के लिए खर्च किये गये हैं। अधिकारियों पर जमकर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया गया है। वहीं दुर्लभ वनप्राणियों के लिए विशेषज्ञ और डॉक्टर रायपुर, बलौदाबाजार में रहने की बात कहते हुये वनप्राणियों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किये गये हैं।
निष्पक्ष जांच के लिए जिले के डीएफो को हटाने की मांग
मंत्रालाय की ओर से काले हिरण मामले मे जांच टीम बना दी गई है। जिसमें कसडोल एसडीओ और पिथौरा एसडीओ शामिल है। दो माह से जांच चल रही है मगर अब तक किसी प्रकार का खुलासा नहीं हो पाया है। जिले के डीएफो के रहते निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती है। इसलिये उन्हें हटाने को लेकर मुख्यमंत्री को बिलाईगढ़ के विधायक चन्द्रदेव राय ने पत्र लिखा है।
बड़ा सवाल यह है कि विधायक ने जिस प्रकार से डीएफओ को हटाने की मांग रखी है और डीएफओ पर तेन्दुपत्ता संग्रहण और पौधा रोपण जैसे योजनाओं में भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाये गये हैं तो क्या उनके स्थान्तरण से सब ठीक हो जायेगा।