Loading...
अभी-अभी:

पुलिसिया आतंक को बढ़ावा दे रहे हैं आईजी

image

Aug 25, 2016

24 अगस्त को पुलिस व्यवस्था की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह द्वारा बस्तर के आईजी आरपीएस कल्लूरी की तारीफ करना नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव को नागवार गुजरा. टीएस सिंहदेव का कहना है कि जिस बस्तर आईजी कल्लूरी की तारीफ सीएम कर रहे थे उन्हीं के क्षेत्र में जन्माष्टमी के मौके पर कृष्ण भगवान की बांसूरी चोरी हो गई.
नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया है कि कल्लूरी लॉ एंड ऑर्डर के नाम पर बस्तर में पुलिसिया आतंक को बढ़ावा दे रहे हैं और उन्हीं के रहते वहां महिलाओं के साथ बलात्कार हो रहा है. ऐसे में सीएम के द्वारा कल्लूरी के कामों की तारीफ करने को टीएस सिंहदेव ने दुर्भाग्यजनक बताया है.
गौरतलब है कि बुधवार को नया रायपुर स्थित पुलिस मुख्यालय में राज्य के पुलिस महानिरीक्षकों और जिला पुलिस अधीक्षकों की संयुक्त समीक्षा बैठक आयोजित की गई थी. जिसमें सीएम रमन सिंह मौजूद अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिया. बैठक के बारे में जानकारी देते हुए सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री के निर्देशों पर हमने पुलिस अधिकारियों से प्रस्तुतिकरण लिया और छत्तीसगढ़ में सुरक्षा को लेकर कैसे बेहतर योजना बन सकती है, उस पर चर्चा की.
इस दौरान मुख्यमंत्री ने स्मार्ट पुलिसिंग की जरूरत पर विशेष रूप से बल दिया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश में स्मार्ट पुलिसिंग के लिए पिछले वर्ष दिसम्बर माह में कच्छ में आयोजित राज्यों के पुलिस महानिदेशकों के राष्ट्रीय सम्मेलन में 36 सूत्रीय दिशा-निर्देश दिए गए थे.
डॉ. रमन सिंह ने बुधवार की राज्य स्तरीय बैठक में पुलिस को मानवीय दृष्टिकोण से जनता के प्रति संवेदनशील बनने और इसके साथ ही अपराधों की रोकथाम के लिए सख्त कदम उठाने के भी निर्देश दिए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्मार्ट पुलिसिंग में प्रधानमंत्री ने पुलिस के आधुनिकीकरण के साथ-साथ सतर्कता, जवाबदेही, विश्वसनीयता और जिम्मेदारी जैसे विषयों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है.
सीएम ने बताया कि जनता में शांति और सुरक्षा का एहसास बढ़ाना, अपराधियों में खौफ बनाए रखना और आम नागरिकों की उम्मीदों पर खरा उतरना पुलिस की पहली जिम्मेदारी है.
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ पुलिस निश्चित रूप से अपने कर्तव्यों के प्रति सजग है, नक्सल मोर्चे पर भी हमारे पुलिस के जवान और अधिकारी बड़ी बहादुरी से अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं और उन्होंने कई सफलताएं भी हासिल की हैं, लेकिन प्रदेश में समग्र रूप से वर्तमान पुलिसिंग व्यवस्था को और भी अधिक सुचारू बनाने के लिए इसमें काफी सुधार की भी जरूरत है.