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लालू परिवार में मची खलबली: तेज प्रताप से रोहिणी तक फैला विवाद

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Nov 16, 2025

लालू परिवार में मची खलबली: तेज प्रताप से रोहिणी तक फैला विवाद

बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद लालू प्रसाद यादव का परिवार एक बार फिर सुर्खियों में है। बड़ी बेटी रोहिणी आचार्य ने शनिवार को अचानक राजनीति से सन्यास और परिवार से नाता तोड़ने का ऐलान कर सबको हिला दिया। यह वही रोहिणी हैं, जिन्होंने 2022 में पिता लालू को किडनी दान कर देशभर में चर्चा बटोरी थी। लेकिन अब तेजस्वी यादव के करीबियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, “परिवार और राजनीति से मुक्ति चाहिए।” यह विवाद वर्षों से चली आ रही विरासत की जंग का ताजा अध्याय है, जो 2017 से लगातार सार्वजनिक होता रहा है।

विरासत की जंग और पहली बड़ी दरार (2017)

चारा घोटाले में लालू प्रसाद को सजा हुई और वे जेल चले गए। पार्टी की कमान उन्होंने छोटे बेटे तेजस्वी यादव को सौंपी, जो उस समय बिहार के उपमुख्यमंत्री भी थे। लेकिन बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को यह फैसला रास नहीं आया। उन्होंने खुद को लालू का 'असली उत्तराधिकारी' बताना शुरू किया। दोनों भाइयों के बीच वर्चस्व की लड़ाई यहीं से खुलकर सामने आई, जो बाद में परिवार की एकता को बार-बार चुनौती देती रही।

तेज प्रताप का निजी-पेशेवर विद्रोह (2018-2019)

2018 में तेज प्रताप की शादी ऐश्वर्या राय से हुई, लेकिन मात्र पांच महीने बाद उन्होंने तलाक की अर्जी दाखिल कर दी। सार्वजनिक बयानों में उन्होंने कहा, “परिवार मेरी बात नहीं सुनता, घुट-घुटकर जीने से क्या फायदा?” 2019 लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उन्होंने RJD से इस्तीफा देकर 'लालू-राबड़ी मोर्चा' गठित किया। जहानाबाद सीट पर अपनी पसंद के उम्मीदवार को टिकट न मिलने पर निर्दलीय चंद्र प्रकाश को मैदान में उतारा, जिससे RJD उम्मीदवार सिर्फ 1,751 वोटों से हार गया।

इसी साल ऐश्वर्या राय ने राबड़ी देवी और मीसा भारती पर गंभीर आरोप लगाए। दोपहर में रोते हुए राबड़ी आवास से निकलते हुए उन्होंने कहा, “मुझे खाना तक नहीं दिया जाता। किचन में जाने नहीं देते, खाना मायके से मंगवाना पड़ता है।” यह घटना परिवार की आंतरिक कलह को देश के सामने ला खड़ा किया।

रोहिणी का चौंकाने वाला फैसला

चुनाव हार के बाद रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पर लंबा पोस्ट लिखकर तेजस्वी के करीबियों पर “साजिश और धोखा” देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “मैंने पिता के लिए किडनी दी, पार्टी के लिए मेहनत की, लेकिन अब थक गई हूं।” राजनीति और परिवार दोनों से दूरी बनाने का ऐलान कर उन्होंने साफ किया कि अब वे सिर्फ अपनी जिंदगी जीना चाहती हैं।

लालू परिवार की यह खलबली सिर्फ व्यक्तिगत नहीं, बल्कि RJD की एकता और भविष्य पर भी सवाल खड़े कर रही है। क्या यह दरार भर पाएगी या और गहरी होगी—यह वक्त बताएगा।

Report By:
Monika