Jul 5, 2018
गौतमपुरा में कन्या हायर सेकेन्ड्री स्कूल प्रांरभ हुए 19 वर्ष से ज्यादा बीत चुके है लेेकिन आज भी कई यहां कई अहम समस्या विद्यमान है, जिनमें स्कूल का अलग से भवन नही है। विज्ञान संकाय की व्यवस्था नही है पर्याप्त स्टाफ का अभाव यहा तक की इस स्कूल में एक साफ सुथरा टॉयलेट तक नही है। इसके अलावा भी कई समस्या 19 वर्षो से यहां पढने वाली सभी छात्राओं को झेलना पढ रही है।
गौतमपुरा में वर्ष 1989 के पहले माध्यमिक शाला (आठवी) के बाद छात्राओं को पढाई के लिए बालक हायर सेकेन्ड्री स्कुल का सहारा लेना पडता था ऐसे मे कई छात्राऐं छात्रो के साथ पढाई करने नही जाती थी तो कई के अभिभावक उन्हे पढ़ाना नही चाहते थे पुरजोर मांग के बाद शासन ने 1989 मे अलग से कन्या हाई स्कुल को लगाने की स्वीकृति दी लेकीन समस्या फिर भी वही थी की हायर सेकेन्ड्री की छात्राऐ पढने कहां जाये, जिसमे स्थानीय नागरिक एंव जनप्रतिनिधियो की जोरदार मांग के चलते दस साल बाद 1999 मे कन्या हायर सेकेंड्री स्कुल प्रांरभ करने के आदेश जारी कर दिये।
अब सबसे विडम्बना की बात यह थी की कन्या हायर सेकेन्डी प्रांरभ तो हो गया लेकीन 19 वर्ष बीत चुके है किन्तु न तो आज तलक स्कूल को न तो अलग से भवन दिया गया और न ही पूर्ण स्टाफ। अब वर्तमान में अगर इस अहम मुददे पर नजर डाले तो स्थिती साफ हो जाती है जहां एक और शासन बेटीयो (कन्याओ) को शिक्षित करने के लिए मुफ्त में गणवेष, पाठय पुस्तक, सायकल, लाडली लक्ष्मी योजना, गांव की बेटी जैसी महती योजना का लाभ दे रही है वही गौतमपुरा के इस कन्या हायर सकेन्ड्री स्कुल की और ध्यान दे तो यहा शासन द्वारा कोई सुविधा नही है क्योकि 19 वर्षो से यहा 5 कमरो मे स्कुल संचालीत हो रहा है।
1 कमरे में आफिस और स्टाफ रूम सम्मीलित है तो 9 वीं से लेकर 12 वीं की कक्षाएं 4 कमरो में लगाई जा रही है, 20 बाय 15 के तीन कमरे व 25 बाय 40 के एक हाल में लगभग 400 छात्राएं अध्यन कर रही है उन्हें इन कमरोे मे कैसे बेठाया जाता होगा और वह अपनी पढाई कैसे करती होगी वही बात करें शिक्षको की तो प्राचार्य को मिलाकर यहां मात्र 6 शिक्षक ही स्कूल में शिक्षा दे रहे है बाकी 11 शिक्षको की जगह खाली पडी है।