Jul 18, 2024
मानसून का आधा सीजन बीत चुका है, लेकिन मध्य प्रदेश के बांधों में पर्याप्त जलस्तर नहीं पहुंच पा रहा है. अधिकतर बांधों में फुल रिजर्वायर लेवल (एफआरएल) का 50 फीसदी भी नहीं है. ऐसे में अब सारी उम्मीदें भविष्य में होने वाली बारिश पर टिकी हैं. जल संसाधन विभाग के सूत्रों ने बांधों में कम पानी के लिए जलग्रहण क्षेत्रों में बारिश न होने को जिम्मेदार ठहराया है. जल संसाधन विभाग के राज्य जल डाटा केंद्र से प्राप्त बांधों के जलस्तर के अनुसार बुधवार को कई बांधों में 50 फीसदी से भी कम पानी भरा है. शहडोल के बाणसागर बांध का भराव प्रतिशत 31.26 फीसदी है. फुल रिजर्वायर लेवल 341.64 मीटर के मुकाबले वर्तमान में जलस्तर 332.24 मीटर है. जबलपुर का बरगी बांध प्रदेश के सबसे बड़े बांधों में से एक है. इसका भराव प्रतिशत महज 33.05 फीसदी है. इसका फुल रिजर्वायर लेवल 422.76 मीटर है और वर्तमान में इसमें 412.95 मीटर ही पानी है.
इंदिरा सागर बांध (खंडवा) का भराव प्रतिशत 15.17% है, इसके बाद हरसी बांध (ग्वालियर) 27.82%, केरवा बांध (भोपाल) 13.19%, कोलार बांध (सीहोर) 43.64%, बारना बांध (28.78%), और बानसुजारा वृहद परियोजना का जलाशय (टीकमगढ़) 28.66% है.
अन्य जलाशयों में भी लगभग यही स्थिति बनी हुई है. गोपी कृष्ण सागर बांध का भराव प्रतिशत 23.24%, ककेटो बांध (ग्वालियर) 16.15%, कुशालपुर जलाशय 16.15%, मढ़ीखेड़ा बांध (शिवपुरी) 21.70%, महान बांध (सीधी) 15%, माही मुख्य बांध (झाबुआ) 20.48%, पगारा बांध (मुरैना) 39.84%, पगारा फीडर (सागर) 41.96 है %, हलाली बांध (विदिशा) 29.45%, संजय सागर परियोजना (विदिशा) 6.30%, तिगारा बांध (ग्वालियर) 29.17% और तवा बांध (नर्मदापुरम) 17.02% है.
केवल मुट्ठी भर बांध ही ऐसे हैं, जिनका भराव प्रतिशत 50% के आसपास है. सबसे अधिक भराव प्रतिशत 97.25% है, जो कि आओदा जलाशय (मुरैना) का है. बिलगांव मध्यम परियोजना (डिंडोरी) का भराव प्रतिशत 57.90% है, इसके बाद गांधी सागर बांध (मंदसौर) 55.05%, कोटवाल फीडर (मुरैना) 93%, मोहनपुरा बहुउद्देशीय परियोजना (राजगढ़) 55.55%, ओंकारेश्वर बांध (खंडवा) 53.77% और सिवनी का वैनगंगा (संजय सरोवर) 50.11% है.
मौसम विभाग ने बताया कि मध्य प्रदेश में औसत से 5% कम बारिश हुई है. बुधवार तक राज्य में 291 मिमी औसत बारिश के मुकाबले 277 मिमी बारिश हुई. पूर्वी मध्य प्रदेश में औसत बारिश से 18% कम बारिश हुई है. वहीं, पश्चिमी मध्य प्रदेश में औसत बारिश से 7% अधिक बारिश हुई.
अभी तक किसी भी डैम के गेट नहीं खोले गए
मध्य प्रदेश में कुल बांधों और जलाशयों की संख्या 54 है. इस मानसून सीजन में अभी तक किसी भी बांध के गेट नहीं खोले गए हैं.