Jul 10, 2024
मध्यप्रदेश में मोहन यादव सरकार का मंत्रीमंडल विस्तार हो गया है. खास बात यह रही की सिर्फ एक ही व्यक्ति ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली. कांग्रेस से बीजेपी में आएं रामनिवास रावत को मंत्री बनाया गया. रावत ने मंत्री बनने के बाद अपने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया. रावत विजयपुर विधानसभा से छठी बार के विधायक है. कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष भी रह चुके है. अब विजयपुर विधानसभा नें भी अगले तीन महिने में विधानसभा उपचुनाव होना है.
जब रामनिवास रावत ने मंत्री पद की शपथ ली तो कई सवालों ने इस शपथग्रहण समारोह को घेर लिया. कांग्रेस ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा की जब इतने सारे सीनियर लीडर बीजेपी के पास है , फिर भी बीजेपी कांग्रेस से आए हुए लोगो को मंत्री बना रही है. आपको बता दें की इस वक्त बीजेपी के पास ऐसे कई वरिष्ट विधायक है जो मंत्री बनने का ख्वाब लिए बैठे है लेकिन उन्हे कोई फोन नहीं आ रहा है और ना ही आलाकमान से कोई संकेत मिल रहा है.
क्या निर्मला सप्रे भी बनेंगी मंत्री ?
सागर जिले से कांग्रेस की एकमात्र विधायक निर्मला सप्रे ने भी लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी को ज्वाइन कर लिया था. ऐसे में कयास लग रहे थे की रामनिवास रावत के साथ निर्मला सप्रे भी मंत्री बन सकती है लेकिन ऐसा हुआ नहीं. अकेले रामनिवास रावत ने ही मंत्री पद की शपथ ली. अब सवाल यह उठा की क्या निर्मला सप्रे को कोई पद मिलेगा या नहीं. अभी कैबिनेट में 3 पद खाली है. माना जा रहा है की अगर अमरवाड़ा से कमलेश शाह उपचुनाव जीत कर आते है तो फिर उन्हे भी मंत्री बनाया जाएगा. कमलेश शाह ने भी लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस को छोड़ दिया था औऱ बीजेपी में आ गए थे. कमलेश शाह अमरवाड़ा से 3 बार के विधायक रहे है. ऐसे में बीना विधायक निर्मला सप्रे का राजनीतिक भविष्य क्या होता है यह पूरी तरह वक्त के ऊपर है. क्या उन्हे बीजेपी में आकर पूरा सम्मान मिलेगा या फिर कांग्रेस छोड़ना उनकी लिए बड़ी गलती साबित होगा. यह भी आने वाले वक्त में साफ हो जाएगा.