Jul 25, 2024
पन्ना : गरीबी में जी रहे दो आदिवासी भाइयों ने पन्ना में लीज पर ली गई खदान में हीरा खोदकर अमीर बनने का सपना देखा था। बुधवार को उनका सपना सच हो गया। दोनों भाइयों की जिंदगी हमेशा के लिए बदलने वाली है, क्योंकि दोनों ने 19.22 कैरेट का हीरा खोद निकाला है, जिसकी कीमत उन्हें कम से कम 75 लाख रुपये मिलने का अनुमान है।
कीमती पत्थर की खोज ने दोनों भाइयों और उनके परिवारों की जिंदगी रातों-रात बदल दी है
हर रोज की तरह, 40 वर्षीय राजू गोंड और उनके छोटे भाई राकेश, 26 वर्षीय पन्ना के कृष्णा कल्याणपुर (पट्टी) में अपने हीरा खदान में गए थे, जिसे परिवार ने लीज पर लिया था। जब भाई मिट्टी खोद रहे थे और छान रहे थे, तो उन्हें एक चमकता हुआ पत्थर दिखाई दिया। उन्हें तुरंत एहसास हुआ कि उन्हें खजाना मिल गया है । दोनों तुरंत ही हीरा कार्यालय पहुंचे और कीमती पत्थर जमा करा दिया।
पन्ना के हीरा परीक्षक अनुपम सिंह ने बताया कि हीरा जमा कर दिया गया है और इसका वजन 19.22 कैरेट है। अधिकारियों ने बताया कि कच्चे हीरे की नीलामी की जाएगी और सरकारी रॉयल्टी और करों में कटौती के बाद उससे मिलने वाली राशि मजदूर को दी जाएगी। पन्ना से करीब 6 किलोमीटर दूर अहिरगुआं कैंप गांव में रहने वाले राजू का कहना है की हीरे की बिक्री से मिलने वाली रकम से अब वो अपने परिवार को बेहतर जीवन देने के लिए कोई व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं और खेती के लिए जमीन भी खरीदना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि मिलने वाली रकम से वह अपना कर्ज भी चुकाएंगे। राजू की छह बेटियां और एक बेटा है और वह इस पैसे को अपने बच्चों की पढ़ाई पर खर्च करना चाहते हैं।
राजू ने बताया कि उसने करीब डेढ़ महीने पहले अपने पिता चुन्नूवाड़ा गोंड के नाम पर लीज पर खदान ली थी। वह अपने भाई और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर इस उम्मीद में खुदाई कर रहा था कि उसे कभी कोई कीमती पत्थर मिल जाएगा। मजे की बात यह है कि अब वह और हीरे की खदानों के लिए आवेदन करना चाहता है, ताकि कुछ और हीरे मिल सकें। उसके छोटे भाई राकेश ने बताया कि उसके दूर के रिश्तेदार को भी कुछ समय पहले हीरा मिल गया था।