Jul 6, 2024
छिंदवाड़ा की अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने जा रहा है. इसी वजह से प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव वहां बीजेपी के प्रत्याशी कमलेश प्रताप शाह के प्रचार में शामिल हुए. मुख्यमंत्री का कहना है की इस उपचुनाव में बीजेपी जीतेने जा रही है. जनता कमलनाथ और कांग्रेस को देख चुकी है. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा की लोकसभा के चुनाव में जनता ने छिंदवाड़ा में बीजेपी को जीत दिलाई औऱ अब इस उपचुनाव में भी जनता बीजेपी को ही जीताने वाली है.
कांग्रेस कोई चुनौती नहीं है – मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपने प्रत्याशी पर भरोसा जताते हुए कहा की कमलेश शाह क्षेत्र के वजनदार नेता है. जनता भी उनपर भरोसा करती है. अब कांग्रेस यहां उनके लिए कोई बड़ी चुनौती नहीं है.
क्यों हो रहा है उपचुनाव ?
अमरवाड़ा से कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने कमलेश शाह ने कांग्रेस और अपने विधायक पद से इस्तीफा दे कर बीजेपी को ज्वाइन कर लिया था. इसी वजह से यहां उपचुनाव हो रहा है. कमलेश शाह के बीजेपी में आने के बाद , बीजेपी ने उन्हे विधानसभा में उपचुनाव में अपना प्रत्याशी बना दिया. एक वक्त पर कमलनाथ के खास रहे कमलेश शाह अब बीजेपी के टिकट पर यह उपचुनाव लड़ रहे है. वहीं कांग्रेस ने धीरन शाह को अपना उम्मीदवार बनाया है. इस बार अमरवाड़ा विधानसभा उपचुनाव में त्रिकोणीय मुकाबले जैसे हालात भी बनते दिख सकते है. कांग्रेस-बीजेपी के साथ इस बार गोंगपा पार्टी ने भी यहां अपना प्रत्याशी उतारा है. गोंगपा ने देवरबेन भलावी को अपना प्रत्याशी बनाया है. गोंगापा पार्टी को यहां इसिलिए भी महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि साल 2003 में इस सीट पर यह पार्टी अपना प्रत्याशी जीता चुकी है. अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र आदिवासी क्षेत्र माना जाता है. इस सीट पर कौन चुनाव जीतता है औऱ कौन हारता है , उसमें आदीवासीयों की बड़ी भूमिका रहती है.
अमरवाड़ा उपचुनाव पर क्यों है सबकी नज़र ?
अमरवाड़ा , छिंदवाड़ा जिले में आता है. इस बार छिंदवाड़ा के लोकसभा चुनाव में बड़ा उलटफेर देखने को मिला था. जब कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ बीजेपी के विवेक बंटी साहू से चुनाव हार गए थे. 40 सालों से कमलनाथ औऱ उनके परिवार का ही इस सीट पर प्रतिनिधित्व रहा था. इससे पहले छिंदवाड़ा की सीट सिर्फ एक ही बार बीजेपी ने जीती थी जब सुंदरलाल पटवा ने उपचुनाव में कमलनाथ को हराया था. उसके बाद अब जाकर कमलानाथ के बेटें नकुलनाथ , जो पीछली बार छिंदवाड़ा से ही चुनाव जीतने में सफल रहे थे वो चुनाव हार गये और बीजेपी ने कमलनाथ के अभेद गढ़ छिंदवाड़ा में बीजेपी का परचम लहरा दिया. इसिलिए , इस उपचुनाव पर सबकी नज़रे है.