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MP: प्रस्तावित मंडीदीप-भोपाल सड़क योजना को लेकर अब पर्यावरण प्रेमी विरोध कर रहे है , इस कारण से पर्यावरण को हो सकता है नुकसान

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Sep 9, 2024

मार्च 2020 में सार्वजनिक डोमेन में रखे गए भोपाल मास्टर प्लान 2031 में शहर के पश्चिमी और दक्षिणी हिस्सों में भोपाल वेस्टर्न बाईपास रोड के निर्माण का प्रस्ताव दिया गया है.

 

अपर लेक के संरक्षण के लिए लड़ते हुए, पर्यावरणविदों ने प्रस्तावित मंडीदीप-भोपाल सड़क परियोजना का विरोध किया है. हरित कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि प्रस्तावित सड़क परियोजना अपर लेक के जलग्रहण क्षेत्र को नष्ट कर देगी. पर्यावरणविदों का कहना “इस सड़क को फंदा ब्लॉक से जोड़ा जा रहा है जो अपर लेक के जलग्रहण क्षेत्र में आता है.

 सड़क को शाक्षी ढाबा से सीहोर रोड पर झगरिया से जोड़ा जाना चाहिए. हम इस परियोजना का विरोध कर रहे हैं क्योंकि यह अपर लेक के जलग्रहण क्षेत्र को नष्ट कर देगी. हम अपर लेक के संरक्षण के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेंगे.

 मार्च 2020 में सार्वजनिक डोमेन में रखे गए भोपाल मास्टर प्लान 2031 में शहर के पश्चिमी और दक्षिणी हिस्सों में भोपाल वेस्टर्न बाईपास रोड के निर्माण का प्रस्ताव है.

40.90 किलोमीटर लंबी बाईपास परियोजना जबलपुर-भोपाल राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) 46 पर इटायकलां गांव से शुरू होकर भोपाल-इंदौर राज्य राजमार्ग (एसएच) 28 पर फंदा गांव तक जाएगी. लगभग 3,000 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना का क्रियान्वयन मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम लिमिटेड (एमपीआरडीसी) द्वारा किया जा रहा है. इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य औद्योगिक शहर मंडीदीप से इंदौर की ओर यातायात को मोड़ना है, ताकि शहर को बायपास किया जा सके. पक्के शोल्डर और दो अतिरिक्त सर्विस लेन वाली चार लेन की सड़क परियोजना के लिए भोपाल और रायसेन की तीन तहसीलों के 31 गांवों की 613.92 एकड़ निजी खेती की जमीन का अधिग्रहण करना होगा.

Report By:
Devashish Upadhyay.