Jan 26, 2023
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार को सतना जिले के गौरव दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने कार्यक्रम की शुरुआत कन्या पूजन से की। वहीं, सतना वासियों को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि आज सतना का गौरव दिवस है, इसलिए सतना को गौरवान्वित करने वाले मुख्यमंत्री नहीं हैं, बल्कि उनका सम्मान किया जाना चाहिए। तालियां सुनने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भांजे की जय-जयकार चाचा-चाचा की जय-जयकार है। सीएम ने कहा कि प्राइड डे का आइडिया मेरे दिमाग में इसलिए आया क्योंकि सरकार सब कुछ नहीं कर सकती। जब समाज सरकार में शामिल होता है तो देश, राज्य और शहर बनता है। जब तक यह भावना नहीं होगी कि मैं अपने देश के लिए अपने खून की एक-एक बूंद दूंगा, तब तक देश प्रगति नहीं कर पाएगा। मैंने अपने गांव को जीतकर इसकी शुरुआत की। बाढ़ के कीचड़ को हटाने के लिए मुझे पैसे का मांग पत्र दिया गया था, लेकिन हमने फावड़ा उठाया और निकल गए।
हर काम मांग पत्र से नहीं होता। जब मैं पहली बार विधायक बना तो इलाके में एक समारोह हुआ और लोग कुएं की सफाई के लिए पैसे मांगने लगे। मैंने कहा, विधायक के स्वागत के लिए दो लाख थे लेकिन कुआं साफ करने के लिए पैसे नहीं हैं। तब लोगों ने कहा कि यह सरकार का काम है। सारदा ने लंबे समय से माता को नहीं देखा है, भागा माता कहती हैं कि आप लंबे समय से नहीं आए हैं। सतना में चित्रकूट, रामवन, भटनवाड़ा, सिद्ध है। मैंने सिद्धा का पट्टा रद्द कर दिया।
हमने उन बच्चों की देखभाल की जिनके माता-पिता कोरोना में चले गए थे। हमने तय किया कि उसके खाते में पांच हजार जमा कराएंगे। क्या हम उन लोगों के साथ नहीं रह सकते जिनके माता-पिता नहीं हैं? मुख्यमंत्री ने मंच से फूलचंद का भजिया, लोटन की मुंगोड़ी, दादा का समोसा, सौखी की चाय की लस्सी, कुशवाहा के आलू बंदे, करी, महेश्वरी की लाडो रेकमच, करी इन सबका स्मरण किया।
सीएम ने कहा कि जितना हमने विकास के काम किए हैं उतने कांग्रेस ने कभी नहीं किए। इंदौर इन्वेस्टर्स समिट रु। 15 लाख करोड़ के प्रस्ताव मिले थे, जिनमें दो लाख करोड़ से ज्यादा प्रस्ताव विंध्य के लिए हैं। मुझे विश्वास है कि एक साल में सतना इंदौर को टक्कर देगा। सतना बदल रहा है। यहां के लोगों की सोच बदल रही है। यदि मन शैतान की महिमा के लिए आनंद से भर जाए, तो शैतान को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। इंदौर स्वच्छता में नंबर वन है क्योंकि वहां हर बच्चे के मन में भावनाएं होती हैं। वहां वाहन चालक भी वाहन रोक कर कूड़ा उठा लेते हैं।
पौधारोपण की अपील
मेरे दिन की शुरुआत एक पेड़ लगाए बिना नहीं होती क्योंकि यह धरती भी हमारी है। आप भी इस परंपरा को आगे बढ़ाएं। सतना को सुंदर शहर बनाने के लिए आप सभी मिल कर प्रयास करें। मैं गारंटी देता हूं कि मेरी ओर से कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। आइए एक बार फिर से बैठें और देखें कि यहां क्या आवश्यक है। चित्रकूट में हम बनाने जा रहे हैं अलौकिक दुनिया, जहां भगवान श्रीराम ने बिताए थे साढ़े 11 साल