Apr 12, 2023
मोदी की क्लास ..... शिक्षक हमेशा विद्यार्थी की तरह रहें
भोपाल, आज मुख्यमंत्री निवास नव नियुक्त शिक्षकों की पाठशाला बना। मौका था 22400 से ज्यादा युवाओं की शिक्षक पद पर नियुक्ति व प्रशिक्षण का इनमें कुछ युवा शिक्षकों को नियुक्ति पत्र भी दिए गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस दौरान वर्चुअली शिक्षकों को 'लेक्चर' दिया और सलाह दी कि शिक्षक भी सदैव विद्यार्थी भाव बनाए रखें, क्योंकि मैं भी मेरे भीतर के विद्यार्थी को कभी मरने नहीं देता। आप शिक्षक भले हैं, लेकिन आपके भीतर के विद्यार्थी को हमेशा चेतन मन रखें। मोदी ने कहा कि जिन शिक्षकों की नियुक्ति हुई हैं वे अपने पिछले 10-15 साल के जीवन को भी देखें तो पाएंगे कि जिन लोगों ने आपके जीवन में सबसे ज्यादा प्रभाव डाला, उनमें आपकी माता और आपके शिक्षक जरूर नजर आयेंगे। लिहाजा आप विद्यार्थियों के दिल में जगह बनाएं। इससे पहले प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उद्घाटन किया। चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी विजनरी लीडर हैं।
उनके दृढ़ संकल्प के कारण एक सर्वसम्मत नई शिक्षा लाडली बहना योजना भारत में आई है। मप्र का स्कूल शिक्षा और जनजातीय कार्य विभाग यह नीति अच्छी तरह लागू कर रहा है। राष्ट्रीय सर्वे में मप्र 17 वें नंबर से पांचवें नंबर तक आया है। शिक्षकों पर भावी पीढ़ी के निर्माण का दायित्व है लिहाजा नव नियुक्त शिक्षक यह दायित्व निभायें। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ नौकरी नहीं समाज को बनाने का कार्य है। यदि बच्चों को सकारात्मक दिशा में बदलना है तो पहले स्वयं को बदलना होगा। बच्चे मिट्टी की तरह होते हैं उन्हें शिक्षक जैसा चाहें बना सकते हैं। शिक्षक ही नया मध्यप्रदेश और नया भारत गढ़ सकते हैं। चरित्रवान बच्चों के निर्माण से भारत बनकर खड़ा हो जाएगा। शिवराज ने कहा ज्ञान कौशल और नागरिकता के संस्कार देना शिक्षा के उद्देश्य है।
लाडली बहना का जिक्र भी
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर भी लाडली बहना का जिक्र किया और कहा कि वे इस वक्त स्वयं शिक्षक की भूमिका में हैं। आजकल लाडली बहना योजना का पाठ पढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा महाविद्यालय में दर्शन शास्त्र में एमए के पश्चात अल्प समय के लिए शिक्षण कार्य से अल्प समय के लिए जुड़े रहे। शिक्षक का कार्यकाल औसत रूप से 30 साल माने तो हमें विचार करना चाहिए कि बेहतर गुरु बनके ऐसे बच्चे तैयार करें जो जमाना बदल दें।
बड़ी छलांग लगाई मप्र ने
प्रधानमंत्री ने कहा, केंद्र सरकार ने आधुनिक और विकसित भारत की आवश्यकताओं को देखते हुए नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की है। यह नीति बच्चों के संपूर्ण विकास पर जोर देती है। इस नीति को प्रभावी रूप से लागू करने में
शिक्षकों की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका है। मोदी ने कहा कि कुल नई भर्तियों में से आधे शिक्षक आदिवासी इलाकों भर्ती होंगे। खुशी है कि मप्र सरकार ने इस साल 1 लाख से अधिक सरकारी पदों पर भर्ती का लक्ष्य रखा है। इसी प्रयास से मप्र नेशनल अचीवमेंट सर्वे में एमपी ने बड़ी छलांग लगाई है। एमपी का स्थान 17 से 5 नंबर पर पहुंच गया है।








