Apr 16, 2024
Ujjain mahakal darshan : विश्व प्रसिध्द उज्जैन के महाकाल मंदिर में दर्शन के नाम पर धोखाधड़ी की घटनाए रुकने का नाम नहीं ले रही है. ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में भस्म आरती के नाम पर भक्तों को ठगने के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे है. ऐसा ही एक औऱ मामला सोमवार को फिर मिला जहां भस्म आरती कराने का दावा करके 14,000 रुपये की ठगी की गई।
भस्म आरती के नाम पर ठगी
मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार को आंध्र प्रदेश से नागोजू सत्यनारायण नाम का एक श्रध्दालु अपने परिवार के साथ 10 अप्रैल को महाकाल के दर्शन करने के लिए उज्जैन आया था। रेलवे स्टेशन के पास एक होटल में उसकी मुलाकात पुजारी कैलाश गुरु के सेवक रोमीन शर्मा से हुई उसने भस्म आरती दर्शन की अनुमति दिलाने का झांसा दिया और ऑनलाइन माध्यम से सात लोगों से 2,000 रुपये की दर से 14,000 रुपये दर्शनार्थियों से लिए. 11 अप्रैल को सुबह 4 बजे भक्तों को भस्म आरती कराने पर सहमति बनी थी. श्रद्धालु निर्धारित समय सुबह चार बजे ही मंदिर पहुंच गए.
कैसे हुआ ठगी का खुलासा ?
भस्म आरती दर्शन के लिए प्रवेश द्वार पर जांच के दौरान नागोजू ने होटल में मिले सेवक द्वारा उपलब्ध कराया गया अनुमति पत्र कर्मचारी को दिया. पड़ताल करने पर कर्मचारी ने अनुमति पत्र फर्जी बताते हुए दर्शनार्थी परिवार को उस लाइन से बाहर निकाल दिया जिसमें बुजुर्ग पिता, पत्नी तथा बच्चे शामिल थे. जिसके बाद सभी बिना दर्शन किए लौट गए. और नागोजू ने महाकाल मंदिर कार्यालय और महाकाल थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है. मिली शिकायत के आधार पर मंदिर समिति ने आरोपी के खिलाफ महाकाल थाने में एफआईआर दर्ज कराई है.
मंदिर की ऑनलाइन व्यवस्था बेहद खराब
बतादें कि नागोजू पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर है. उन्होंने बताया कि वें मंदिर समिति की वेबसाइट पर ऑनलाइन अनुमति प्राप्त करने के लिए दो माह से प्रयास कर रहे हैं थे लेकिन बुकिंग नहीं हो पाई. वेबसाइट जब भी चेक करो स्लॉट फुल ही नजर आते हैं. जब कभी सीट खाली भी हो तो बुकिंग करते समय कुछ ही देर में फुल हो जाती है. कहा कि मंदिर की ऑनलाइन व्यवस्था बेहद खराब है. साथ ही नागोजू ने व्यवस्था में चिटिंग के भी आरोप लगाए उन्होनें कहा कि समिति को इसकी जांच करना चाहिए.
