Jul 28, 2022
उत्तराखंड में एक बार फिर बिजली के दाम बढ़ने वाले है। राज्य की पावर कॉरपोरेशन ने रेगुलेटरी कमीशन से बिजली के दामों को 15 से 26 फीसदी तक बढ़ाने की मांग की हैं। बता दें कि मार्च में ही प्रदेश में इलेक्ट्रिसिटी का रेट बढ़ाया गया था। अगर फिर से बिजली के दाम बढ़े है तो राज्य की जनता को दोहरी मार झेलनी पड़ सकती है। वह भी तब जब लोग पहले ही महंगाई और टैक्स के बोझ से दबे हुए हैं।
यूपीसीएल ने की बिजली बिल बढ़ाने की मांग
उत्तराखंड में बिजली सप्लाई करने वाली UPCL को हर दिन 50 लाख यूनिट की जरूरत होती है। पर केंद्र से मिल रही बिजली के बावजूद यूपीसीएल को 30 से 40 लाख यूनिट ही बिजली मिल पा रही है। बिजली की खपत को पूरा करने के लिए पावर कारपोरेशन को मार्केट से 8 से 10 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से हर दिन 5 से 10 लाख यूनिट बिजली खरीदनी पड़ती है। यूपीसीएल का कहना है कि इस बर्डन को कम करने के लिए रेगुलेट्री कमीशन से बिजली के दाम बढ़ाने की मांग की है। साथ ही 200 यूनिट से अधिक इलेक्ट्रिसिटी यूज करने वालों से 15 पैसे और 300 यूनिट तक इस्तेमाल करने पर 30 पैसे प्रति यूनिट और चार्ज करने की मांग की है।
शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म पीपीए की तैयारी
एनेर्जी कॉर्पोरेशन मैनेजमेंट ने बाजार की महंगी बिजली से बचने के लिए शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म पावर परचेज एग्रीमेंट करने की तैयारी कर रही है। इसके लिए केंद्र सरकार के दीप पोर्टल पर बिडिंग की जा रही है। कयास लगाया जा रहा है कि बाजार की नौ से 12 रुपये प्रति यूनिट मिलने वाली बिजली से राहत मिल सके। कम रेट पर ज्यादा देर के लिए बिजली लोगों को मुहैया कराई जा सके। UPCL के एमडी अनिल कुमार ने बताया कि रोज रोज की बिडिंग से बचने और आसमान छू रहे बिजली के दामों से राहत को लेकर सभी आयामों पर विचार किया जा रहा है।
1 सितंबर से लागू होंगी बढ़ी दरें!
यूपीसीएल की अपील पर रेगुलेटरी कमीशन ने काम शुरू कर दिया है। वहीं रिपोर्ट्स की मानें 1 सितम्बर से बढ़े हुए दाम लागू हो सकते हैं। यानी अगर किसी कंज्यूमर का बिजली बिल 500 रुपये आता है, तो अब वह बिल 570 रुपये से अधिक आएगा। इस बात से प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को बड़ा झटका लगना लगभग तय है।








