Jul 16, 2024
नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री प्रोफेसर और भारत रत्न अमर्त्य सेन ने कहा है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी समय के साथ काफी परिपक्व हो गए हैं. लेकिन उनकी असली परीक्षा यह होगी कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली मौजूदा एनडीए सरकार में संसद में विपक्ष का नेतृत्व कैसे करते हैं. 90 वर्षीय सेन ने कहा है कि राहुल की 'भारत जोड़ो यात्रा' ने न केवल उन्हें एक राष्ट्रीय नेता के रूप में स्थापित किया है, बल्कि देश के राजनीतिक परिदृश्य को भी समृद्ध किया है. उन्होंने बताया कि कैसे कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के ट्रिनिटी कॉलेज में एक छात्र के रूप में, राहुल इस बात को लेकर अनिश्चित थे कि वह जीवन में क्या करना चाहते हैं. क्योंकि उस समय राजनीति उन्हें आकर्षित नहीं करती थी.
उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि वह अब काफी परिपक्व व्यक्ति हैं. मैं उन्हे तब से जानता हूं जब वह ट्रिनिटी कॉलेज के छात्र थी. वह कॉलेज जहाँ मैंने पढ़ाई की और बाद में मास्टर बन गया. वह उस समय मेरे पास आये और वह उस समय एक ऐसे व्यक्ति थे जिन्हें यह स्पष्ट नहीं था कि वह क्या करना चाहते हैं. ऐसा लगता था कि उस समय उन्हें राजनीति पसंद नहीं थी. भारत रत्न से सम्मानित अमर्त्य सेन ने कहा कि कांग्रेस नेता को राजनीति में अपने शुरुआती दिनों में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में उनमें काफी बदलाव आया है और उनका वर्तमान प्रदर्शन असाधारण रूप से अच्छा रहा है.
नोबेल अर्थशास्त्री ने कहा कि राहुल गांधी ने राजनीति में कदम रखा और मुझे लगता है कि शुरुआत में उन्हें अपने पैर जमाने में थोड़ी परेशानी हुई. लेकिन उनका हालिया प्रदर्शन काफी असाधारण रहा है और मैं उनकी बहुत प्रशंसा करता हूं.' आप सिर्फ अपनी योग्यता के आधार पर चुनाव नहीं लड़ सकते. यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि आपका देश कैसा है.
पीएम बनने की संभावना पर क्या बोले अमर्त्य सेन?
उन्होंने कहा, मैं इसका जवाब नहीं दूंगा. ये समझना बहुत मुश्किल है कि लोग प्रधानमंत्री कैसे बन जाते हैं. सेन ने हंसते हुए कहा, "जब मैं दिल्ली में छात्र था, अगर कोई मुझसे पूछता था कि मेरे सहपाठियों में से किसके प्रधानमंत्री बनने की संभावना सबसे कम है, तो मैं मनमोहन सिंह का नाम लेता क्योंकि उन्हें राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं थी, लेकिन फिर वह प्रधान मंत्री बने और मैं मुझे लगता है कि वह सर्वश्रेष्ठ प्रधानमंत्री बन गए हैं. इसलिए, इन चीज़ों की भविष्यवाणी करना कठिन है.
भारत जोड़ो यात्रा पर क्या बोले अमर्त्य सेन?
राहुल की भारत जोड़ो यात्रा पहल का जिक्र करते हुए सेन ने कहा, राहुल ने अच्छा काम किया है. मुझे लगता है कि यह यात्रा भारत और उनके लिए अच्छी रही. ' मुझे लगता है कि उन्होंने अपनी अभिव्यक्ति में काफी सुधार किया है. खासकर राजनीति पर वह अपने विचार पहले से कहीं अधिक स्पष्टता से व्यक्त करते हैं. उन्होंने कहा, "जब वह ट्रिनिटी आए, तो वह शायद एक विकास विशेषज्ञ बनने की कोशिश कर रहे थे और हमने इस बारे में बात की कि उन्हें क्या पढ़ना चाहिए. " उस समय वह बहुत वाक्पटु थे, लेकिन राजनीति के मामले में ऐसा नहीं था. लेकिन अब वह राजनीति को लेकर बिल्कुल स्पष्ट हैं.