Jan 16, 2020
सीबीआई अदालत में चारा घोटाले के अलावा चार अन्य मामलों को लेकर सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव रांची पहुंच चुके है। लालू यादव के लिए ये सुनवाई काफी अहम होने वाली है। बता दें कि यहां वे अब से कुछ देर बाद डोरंडा कोषागर मामले में कोर्ट में पेश होकर अपना बयान दर्ज कराएंगे। कोर्ट कैंपस में भारी सुरक्षा की व्यवस्था की गई है। लालू के सहयोगी भोला यादव भी उनके साथ हैं। चारा घोटाले के पांचवें मामले डोरंडा कोषागार से 139 करोड़ रुपये की अवैध निकासी की मामले में गुरुवार को लालू अपना बयान दर्ज करा रहे हैं।
रांची के रिम्स से लालू को कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट
बता दें कि इससे पहले बिरसा मुंडा जेल प्रशासन ने रांची के रिम्स से लालू को कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट लाया। इस मामले की पिछली सुनवाई के दौरान सीबीआइ के विशेष जज एसके शशि ने रांची के डोरंडा कोषागार से 139 करोड़ रुपये की अवैध निकासी के मामले में 16 जनवरी (गुरुवार) को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व राजद प्रमुख लालू प्रसाद का बयान रांची स्थित सीबीआइ अदालत में दर्ज कराने का आदेश बिरसा मुंडा जेल प्रशासन को दिया था।
111 आरोपितों का बयान दर्ज
बता दें कि, इस मामले में कुल 111 आरोपितों का बयान दर्ज किया जाना है। इसमें 109 आरोपित अपना बयान दर्ज करा चुके हैं। लालू व एक पशु चिकित्सक डॉ. शिवनंदन प्रसाद का बयान लेना बाकी है। डॉ. शिवनंदन प्रसाद को भी अदालत द्वारा नोटिस भेजा गया था, लेकिन बीमार होने के कारण बयान दर्ज कराने वे नहीं आ सके हैं। सीबीआइ उनका बयान शपथ पत्र के जरिये ले सकती है। आरोपितों के बयान दर्ज होने के बाद बचाव पक्ष की ओर से गवाह पेश किये जाएंगे। आरोपितों की ओर से अदालत में गवाहों की लिस्ट सौंपी जाएगी। अदालत के आदेश से गवाही आरंभ होगी। गवाही के बाद बचाव पक्ष एवं अभियोजन पक्ष में बहस होगी। इसके बाद सजा के बिंदु पर सुनवाई होगी। अदालत ने जेल अधीक्षक को लालू प्रसाद को सशरीर अदालत में पेश करने का आदेश निर्गत किया है।