Apr 25, 2025
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के वीर सावरकर वाले बयान ने उनके लिए मुस्किले खड़ी कर दी है। इस बयान को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को फटकार लगाई है। कोर्ट ने कहा कि हम स्वतंत्रता सेनानियों के खिलाफ किसी को अनाप-शनाप बोलने की इजाजत नहीं दे सकते। उन्होंने हमें आजादी दिलाई और हम उनके साथ क्या व्यवहार कर रहे हैं। राहुल गांधी ने वीर सावरकर को अंग्रेजों का नौकर कहा था। जिसे लेकर इलहाबाद हाईकोर्ट ने उन्हें समन जारी किया था। इसी मामले में राहुल ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। राहुल की याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस दीपांकर दत्ता और जस्टिस मनमोहन की बेंच ने राहुल को फटकार लगाई।
सुप्रीम कोर्ट ने राहुल को दी चेतावनी
याचिका की सुनवाई करते हुए उच्चतम न्यायालय ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर आप आगे से ऐसा कोई बयान देंगे तो हम स्वत: संज्ञान लेकर कार्रवाई करेंगे। स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में गैर-जिम्मेदाराना बयान मत दीजिए। साथ ही कोर्ट ने राहुल गांधी को इतिहास की घटनाएं याद दिलाकर स्पष्ट शब्दों ने समझाया।

तीन साल पहले राहुल गांधी ने की थी टिप्पणी
राहुल गांधी ने वीर सावरकर कर यह टिप्पणी आज से तीन साल पहले भारत जोड़ों यात्रा के समय 17 नवंबर 2022 में की थी उन्होंने सावरकर का की लिखी एक चिट्ठी दिखाते हुए कहा था कि इस चिट्ठी में सावरकर ने खुद को अंग्रेजों का नौकर स्वीकार किया है।
राहुल ने कहा था- गांधी, नेहरू और पटेल सालों जेल में रहे और कोई चिट्ठी नहीं साइन की। सावरकर जी ने इस कागज पर साइन किया, उसका कारण डर था। अगर डरते नहीं तो कभी साइन नहीं करते। सावरकर ने जब साइन किया तो हिंदुस्तान के गांधी, पटेल को धोखा दिया था। उन लोगों से भी कहा कि गांधी और पटेल भी साइन कर दें।'
जिसके बाद 2023 में लखनऊ निवासी वकील नृपेंद्र पांडे ने एडिशनल CJM की अदालत में सांसद राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज कराया था ।