Sep 28, 2024
संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ द्वारा भारत के अपमान पर भारतीय प्रतिनिधि ने पलटवार किया है. प्रतिनिधि ने कहा, 'इस महासभा ने आज सुबह एक दुर्भाग्यपूर्ण नाटक देखा, जहां एक देश जो अपनी सेना चलाता है और आतंकवाद, मादक पदार्थों की तस्करी और अंतरराष्ट्रीय अपराधों के लिए वैश्विक प्रतिष्ठा रखता है, उसने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र पर हमला करने का साहस किया है.' मैं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री द्वारा अपने भाषण में भारत पर किए गए हमले की बात कर रही हूं.'
भारतीय प्रतिनिधियों ने क्या कहा?
भारतीय प्रतिनिधि ने पाकिस्तान पर सीमा पार आतंकवाद का आरोप लगाते हुए कहा, 'पाकिस्तान लंबे समय से अपने पड़ोसियों के खिलाफ आतंकवाद को हथियार के तौर पर इस्तेमाल करता रहा है. पाकिस्तान ने हमारी संसद, हमारी आर्थिक राजधानी मुंबई, बाजारों और तीर्थस्थलों पर हमला किया है.' ऐसे एक देश के लिए, जिसने बार-बार हिंसा का सहारा लिया है, दूसरे पर हिंसा का आरोप लगाना विधर्म की पराकाष्ठा है.'
इसके गंभीर परिणाम होंगे
भारत ने पाकिस्तान की सामरिक संयम की हर योजना का सीधे तौर पर विरोध किया. भारतीय प्रतिनिधि ने साफ कर दिया कि आतंकवाद से कोई समझौता नहीं किया जा सकता. पाकिस्तान को यह समझना चाहिए कि भारत के खिलाफ सीमा पार आतंकवाद के गंभीर परिणाम हो सकते हैं. भारत ने अल्पसंख्यकों के खिलाफ पाकिस्तान की क्रूर नीतियों और 1971 के नरसंहार की भी निंदा की. प्रतिनिधि ने कहा, 'यह हास्यास्पद है कि एक देश, जिसने 1971 में नरसंहार किया था और जो अब भी अपने अल्पसंख्यकों पर अत्याचार करता है, असहिष्णुता और भय के बारे में बात कर रहा है.'
PAK ने दी थी बिन लादेन को शरण
भारत ने पाकिस्तान पर ओसामा बिन लादेन को पनाह देने और वैश्विक स्तर पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है. भारतीय प्रतिनिधि ने कहा, 'दुनिया जानती है कि पाकिस्तान ने लंबे समय तक ओसामा बिन लादेन को पनाह दी और आतंकी हमलों में भी पाकिस्तान की भूमिका रही है. 'पाकिस्तान की नीतियों ने समाज के सबसे खराब तत्वों को आकर्षित किया है.'
संयुक्त राष्ट्र में भारत का रुख स्पष्ट और दृढ़ है और भारत ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है. भारतीय प्रतिनिधि ने अंत में कहा, 'हमारी स्थिति स्पष्ट है और इसे बार-बार दोहराने की कोई जरूरत नहीं है. 'पाकिस्तान सच को झूठ से नहीं छिपा सकता.' भारत ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए आतंकवाद के खिलाफ अपना कड़ा रुख दिखाया है और कहा है कि वह अपनी संप्रभुता और अधिकारों की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है.