Dec 28, 2022
चीन में कहर बरपा रही कोरोना की नई लहर के बीच भारत के लिए भी चिंता की खबरें आई हैं
चीन में जहां कोरोना वायरस की नई लहर कहर बरपा रही है, वहीं भारत के लिए भी चिंता की खबरें आई हैं। आधिकारिक सूत्रों की मानें तो अगले 40 दिन भारत के लिए खतरनाक हो सकते हैं, क्योंकि जनवरी में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। पिछले ट्रेंड को देखते हुए भारत में फिर से कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी का दावा किया जा रहा है। इससे पहले पूर्वी एशिया में संक्रमण फैलने के 30 से 35 दिन बाद कोरोना की नई लहर भारत पहुंची थी। तो ये एक चलन बन गया है, जिसके आधार पर ये दावा किया जा रहा है।
नए वैरिएंट से संक्रमित 1 व्यक्ति 16 लोगों को कर सकता है संक्रमित
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक सूत्र ने बताया कि चीन में कोरोना की लहर की वजह ओमिक्रॉन का सब वेरियंट बीएफ7 है। यह सब-वैरिएंट तेजी से फैलता है और इस वैरिएंट से संक्रमित 1 व्यक्ति 16 लोगों को संक्रमित कर सकता है। हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि लोगों के लिए इस बार कोरोना का संक्रमण ज्यादा गंभीर नहीं है। अगर कोरोना की लहर चली तो मरने वाले मरीजों की संख्या और अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या बहुत कम हो जाएगी।
39 विदेशी पर्यटक कोरोना पॉजिटिव
पिछले 2 से 3 दिनों के दौरान 6 हजार विदेशी पर्यटकों की जांच की गई है, जिसमें 39 विदेशी पर्यटक कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, इसी को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया गुरुवार को जानकारी लेने दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचेंगे।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक बुधवार को भारत में कोरोना के 188 नए मामले सामने आए। देश में कोरोना के कुल एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 3 हजार 468 हो गई है। वर्तमान में भारत में दैनिक सकारात्मकता दर 0.14 प्रतिशत है, जबकि साप्ताहिक 0.18 प्रतिशत है।
नई लहर का भारत पर क्या असर होगा? जानिए विशेषज्ञ क्या कहते हैं
कैलिफोर्निया के स्क्रिप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट के मुताबिक फरवरी-2021 से चीन में हलचल मचाने वाला बीएफ7 वेरिएंट 90 देशों में पाया गया है। यह वेरिएंट ऑमिक्रॉन के बीए5 सब वेरिएंट ग्रुप का हिस्सा है। विशेषज्ञों का मानना है कि चूंकि अधिकांश भारतीय आबादी में दोहरी रोग प्रतिरोधक क्षमता है, इसलिए चीन में इस समय फैल रहे नए वेरिएंट का भारत पर ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा। डबल यानी एक नेचुरल इम्युनिटी और दूसरी वैक्सीन की डोज लेने के बाद लोगों के शरीर में इम्युनिटी बन गई है।