Jul 25, 2025
कांग्रेस का ओबीसी सम्मेलन: दिल्ली में ‘जितनी आबादी, उतनी हिस्सेदारी’ का नारा
दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आज कांग्रेस पार्टी ‘भागीदारी न्याय महासम्मेलन’ का आयोजन कर रही है, जिसमें ओबीसी वर्ग के अधिकारों और जातिगत जनगणना पर जोर दिया जाएगा। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी इस सम्मेलन में मुख्य रूप से शामिल होंगे। मध्यप्रदेश, जहां ओबीसी आबादी करीब 50% है, से कई प्रमुख नेता इस आयोजन में शिरकत करेंगे। कांग्रेस का मकसद ओबीसी वोटरों को साधकर बीजेपी पर सियासी दबाव बनाना है।
मध्यप्रदेश के नेताओं की भागीदारी
मध्यप्रदेश में ओबीसी वर्ग की आबादी राजनीतिक रूप से निर्णायक है। इस सम्मेलन में प्रदेश के प्रमुख ओबीसी नेता जैसे कमलेश्वर पटेल, अरुण यादव, सचिन यादव और कुणाल चौधरी शामिल होंगे। ये नेता ओबीसी समुदाय की मांगों को राष्ट्रीय मंच पर उठाएंगे, ताकि उनकी सत्ता और संगठन में भागीदारी बढ़ सके।
जातिगत जनगणना पर जोर
राहुल गांधी लंबे समय से जातिगत जनगणना की वकालत कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह पिछड़े वर्गों की स्थिति जानने का सबसे प्रभावी तरीका है। कांग्रेस का मानना है कि केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित 2027 की जनगणना को जल्द लागू करना चाहिए, ताकि सामाजिक कल्याण योजनाएं अधिक समावेशी हों।
सियासी समीकरण और बीजेपी पर निशाना
मध्यप्रदेश में ओबीसी वोटर किसी भी पार्टी की जीत-हार तय कर सकते हैं। कांग्रेस इस सम्मेलन के जरिए न केवल अपने आधार को मजबूत करना चाहती है, बल्कि बीजेपी पर ओबीसी विरोधी होने का आरोप लगाकर सियासी लाभ लेना चाहती है। यह आयोजन मध्यप्रदेश की राजनीति में नए समीकरण बना सकता है।