Jul 27, 2022
UP के सरकारी स्कूलों में दी जा रही 'क्वालिटी एजूकेशन' का भांडा फोड़ हो गया। डीएम अनुराग पटेल अचानक बांदा के स्कूल में शिक्षा के निरिक्षण पर पंहुच गए। इससे स्चाफ में हचटकंप मच गया। दौरे के समय डीएम ने बच्चों से सवाल किए। हैरानी की बात है कि कक्षा 5 और 6 में पढ़ रहे बच्चे हिंदी लिखना चो दूर, देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री के साथ ही उत्तर प्रदेश के CM तक का नाम नहीं बता पाए। इस पर डीएम ने टीचरों को जमकर फटकार लगाई।
ये है स्कूल की क्वालिटी एजूकेशन
डीएम अनुराग पटेल ने स्कूलों में शिक्षा गुणवत्ता को परखने के लिए कक्षाओं में जाकर बच्चों से सवाल किए। एक टीचर के तौर पर डीएम ने क्लास 5 के बच्चों से पहाड़ा सुना, जो कुछ सुना पाए, कुछ नहीं। इसके बाद उन्होंने बच्चों से 'शाम को जल्दी नींद आती है' लिखने को बोला। हैरानी की बात है कि एक बच्चे को छोड़कर पूरे क्लास में कोई भी इसे सही नहीं लिख पाया। इसके अलावा पटेल जी ने बच्चों से UP के CM, देश के राष्ट्रपति और PM का नाम पूछा। इस पर एक बच्चे ने जवाब दिया- UP के सीएम नरेंद्र मोदी हैं। इस पर डीएम ने स्कूल स्टाफ को जमकर सुनाया।
डीएम ने दिेए निर्देश
तमाम कोशिशों के बाद भी सरकारी स्कूलों की व्यवस्था में कोई सुधार नहीं है। डीएम अनुराग पटेल ने बच्चों से मिलने के बाद टीचरों की जमकर क्लास लगाई और एक महीने के अंदर शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही बदलाव न होने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी है। डीएम ने रेजिस्टर्ड लिस्ट से कम बच्चे होने पर भी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने स्टाफ से बच्चों के माता पिता को विद्यार्थियों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करने को भी कहा। इसके अलावा उन्होंने गैर हाजिर शिक्षा मित्र की सैलरी रोकन का भी निर्देश दिया। डिएम ने BSA से स्कूल की कार्य प्रणाली की जांच करने को भी कहा है।








