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भारत में बढ़ती जा रही है अमीरी और गरीबी के बीच की खाई

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Jan 17, 2023

21 अरबपतियों के हर दिन बढ़े साढ़े 3 हजार करोड़

दुनिया में अमीरी और गरीबी के फर्क को लेकर लंबी बहस के बीच भारत में ही कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई हैं। क्योंकि भारत जैसे विकासशील देश में भी यह अंतर लगातार बढ़ता जा रहा है। ऑक्सफैम की हालिया रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि भारत के 21 सबसे अमीर अरबपतियों के पास मौजूदा समय में देश के 70 करोड़ लोगों से ज्यादा दौलत है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि 2020 में कोरोना महामारी शुरू होने के बाद से नवंबर 2021 तक जहां अधिकतर भारतीयों को नौकरी संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ा और सेविंग्स बचाने के लिए जूझना पड़ा, वहीं पिछले साल नवंबर तक भारतीय अरबपतियों की संपत्ति में 121 फीसदी का इजाफा देखा गया। यानि कोरोना महामारी के इस दौर में भी भारत के अरबपतियों की दौलत में प्रतिदिन 3608 करोड रुपये हर दिन बढे । इस रिपोर्ट के मुताबिक, 2021 में भारत के 62 फीसदी हिस्से पर कब्जा था। वहीं, भारत की निचली 50 फीसदी आबादी का देश की महज तीन फीसदी संपत्ति पर कब्जा रहा।

यह रिपोर्ट 'सर्वाइवल ऑफ द रिचेस्ट: द इंडिया स्टोरी' के मुताबिक, भारत में जहां 2020 में अरबपतियों की संख्या 102 थी, वहीं 2022 में यह आंकडा 166 पर पहुंच गया है। यह रिपोर्ट आज स्विट्जरलैंड के दावोस में होने वाली वल्ड इकोनॉमिक पांच फीसदी लोगों का देश की कुल संपत्ति में से फोरम में पेश की जा रही है।

टैक्स लगा दें तो 2 अरब का जीवन सुधरेगा
यदि दुनिया के एक फीसदी अमीरों की दौलत बीते दो सालों में दुनिया के बाकी 99 फीसदी लोगों की तुलना में करीब दोगुनी तेजी से बढ़ी है। वल्ड इकॉनोमिक फोरम की वार्षिक बैठक के दौरान वार्षिक असमानता रिपोर्ट में बताया गया है कि दुनिया के अमीरों की दौलत हर दिन 22 हजार करोड रुपए हर दिन बढी है। वहीं दूसरी तरफ दुनिया के 170 करोड़ मजदूर उन देशों में रहते हैं, जहां महंगाई, मजदूरी से ज्यादा है। ओक्सफैम ने बताया है कि दुनिया के अमीरों पर 5 फीसदी टैक्स लगाने से एक साल में करीब 1.7 लाख करोड रुपए इकट्ठे किए जा सकते हैं, तथा 2 अरब लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकाल सकते हैं।