Jan 12, 2024
चीन ने ताइवान में मतदाताओं को आगामी राष्ट्रपति चुनाव से पहले सही विकल्प चुनने की चेतावनी दी है। चीन लंबे समय से ताइवान पर अपना दावा करता रहा है। चीन ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी के उम्मीदवार विलियम लाई की जीत से चीन-ताइवान संबंधों को खतरा होगा।
इस बार चुनाव मैदान में चीन समर्थक कई उम्मीदवार!
दरअसल, ताइवान के चुनाव में उम्मीदवारों को लेकर एक अलग ही दांव खेला गया है। कई उम्मीदवारों का रुख चीन समर्थक है, जिसका अर्थ है कि जीतने के बाद वे चीन के इशारे पर आगे बढ़ेंगे। यही कारण है कि चीन कभी भी ऐसे उम्मीदवार को सत्ता में नहीं चाहेगा जो उसका विरोध करता हो। चीन इस क्षेत्र में अमेरिकी प्रभाव से भी परेशान है। एशिया में प्रभुत्व को लेकर अमेरिका और चीन के बीच हमेशा खींचतान चलती रहती है, लेकिन इस बार ताइवान एक अहम मुद्दा है।
ताइवान के लोग क्या चाहते हैं?
अधिकांश ताइवानी स्वयं को मुख्य भूमि चीन से अलग मानते हैं। कई ताइवानी खुद को एक अलग देश का हिस्सा मानते हैं। हालाँकि, ज़्यादातर लोग यथास्थिति बनाए रखने के पक्ष में हैं। यह न तो ताइवान को चीन से स्वतंत्र घोषित करता है और न ही चीन के साथ एकता का प्रतिनिधित्व करता है, लेकिन चीनी सरकार का कहना है कि यह एक अलग प्रांत है जो अंततः देश का हिस्सा होगा। चीन धमकी देने से नहीं चूकता. चीन के विदेश मंत्रालय ने अमेरिका को लेकर कहा कि अमेरिका को इस मामले में दखल देने से बचने की जरूरत है. ताकि दोनों देशों के बीच रिश्ते खराब न हों.